अनुराधा पौडवाल के गीतों से सजी काशी विश्वनाथ धाम की शाम
वाराणसी (रणभेरी): श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के एक साल पूरे होने पर काशी का उत्सव का माहौल है। काशी विश्वनाथ धाम के नव्य-भव्य स्वरूप की वर्षगांठ पर धर्म नगरी काशी भोले बाबा के रंग में रंगी नजर आई। मंदिर में अर्चकों ने हवन-पूजन समेत अनुष्ठान किए तो विद्वानों ने धाम की प्राचीनता व नवीनता के अनुशीलन पर गोष्ठी की। साथ ही इस खास मौके पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई।
इसमें मथुरा-गोरखपुर के कलाकारों ने मां काली का रुद्र अवतार दिखाया, जिसे देखकर हर कोई अचंभित हुआ। असम, सोनभद्र, वृंदावन, पूर्वांचल का पारम्परिक नृत्य, बनारस के मशाने की होली, लड़कियों का डांडिया नृत्य, काली के नौ स्वरूपों का नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। इस दौरान मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के वनवास वापसी जैसा महसूस हुआ।शोभायात्रा में कलाकार भगवान राम-लक्ष्मण के रूप में घोड़े पर सवार होकर निकले। उनके पीछे हनुमान भी चल रहे थे।
बारात में शिव के अघोरी स्वरूप, दैत्य, भूत, पिशाच, सभी देवी देवताओं का स्वरूप भी दिखाया गया। श्रद्धालुओं ने ताली बजाकर सभी का उत्साहवर्धन किया। वहीं, शाम को अनुराधा पौडवाल ने बाबा का त्योहार आया...गाना गाकर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर किया। कार्यक्रम की शुरुआत काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर नागेंद्र पांडे ने दीप प्रज्वलन कर की। इसके पश्चात भक्ति रसों का क्रम शुरू हुआ। अनुराधा पौडवाल जी के साथ उनकी सुपुत्री कविता पौडवाल सहित अन्य सहायक कलाकारों ने भी अपनी अपनी प्रस्तुतियां सुना कर लोगों को भक्ति रस में डुबो दिया। इस कार्यक्रम के दौरान मंत्री श्री रविंद्र जायसवाल, राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्रा " दयालु गुरु" मंडलायुक्त श्री कौशल राज शर्मा मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री सुनील कुमार वर्मा मंदिर के ट्रस्टी पंडित दीपक मालवीय सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित रहे।