काशी विद्यापीठ के लाइब्रेरी से किताब न मिलने से छात्रनेताओं ने किया विरोध प्रदर्शन

काशी विद्यापीठ के लाइब्रेरी से किताब न मिलने से छात्रनेताओं ने किया विरोध प्रदर्शन

वाराणसी (रणभेरी): लाइब्रेरी से किताब न मिलने से महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के नाराज छात्रनेताओं ने मंगलवार को केंद्रीय कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सूचना पर सुरक्षाकर्मियों के साथ पहुंची चीफ प्राक्टर अमृता सिंह ने छात्रनेताओं से बात की। छात्रों को पुस्तकें उपलब्ध कराने के प्रयास के आश्वासन पर किसी तरह छात्र शांत हुए। छात्रनेताओं का कहना है कि पुस्तकालय में कई पुस्तकें नही हैं। जबकि छात्रों को पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए एक बड़ा बजट मिलता है। उन्होंने कहाकि पुस्तकालय जानेवाले बच्चों को कहा जाता है कि पुस्तकें नही हैं वह बाहर से खरीद लें।

ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के सामने समस्या खड़ी हो गई है। उनका कहना है लाइब्रेरी में कक्षाओं के हिसाब से पुस्तकें रखी जांय। किसी भी छात्र को पुस्तक खरीदने के लिए बाहर का रास्ता न दिखाया जाय। उन्होंने कहाकि सालों से विश्वविद्यालय में लाखों का फंड आ रहा है। इसका इस्तेमाल कहां किया जा रहा है ? नई शिक्षा नीति के तहत किताबें उपलब्ध कराने के लिए लगातार ज्ञापन देने के बाद भी पुस्तकालय में किताबें नहीं हैं। साथ ही छात्रों से कहा जाता है आज आपका टर्म नहीं है और किताब यहां पर नहीं है। आप बाहर से ले लीजिए। छात्रनेताओं ने काशी विद्यापीठ को लाइब्रेरी मद में पिछले पांच सालों में मिले धन का ब्योरा उपलब्ध कराया जाय। इतना भारी भरकम बजट मिलने के बाद भी पुस्तकालय में पुस्तकों की कमी क्यों है? इसके अलावा भी छात्रनेताओं ने पुस्तकालय में हुई नियुक्तियों पर सवाल उठाया है।  विरोध प्रदर्शन व धरने में मुख्य रूप से छात्रसंघ के पूर्व महामंत्री अभिषेक सोनकर, मनोज सोनकर, सचिन कुमार, विशाल शर्मा, करण प्रजापति, आयुष पटेल, सोनू प्रजापति, धनजय सोनकर, हर्ष, कुंदन, रवि, हेमंत, आकाश, विनीत, आलोक, रोहित, रितिक,रोहित, अनिकेत, मुकेश, अर्जुन, संदीप आदि रहे।