बाढ़ पीड़ित गर्भवती महिलाओं की होगी ख़ास देखभाल
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की गर्भवती महिलाएं हुईं चिन्हित, स्वास्थ्य विभाग ने उठाया ये कदम
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में गंगा में आई बाढ़ के कारण जहां लोग अपने घरों को छोड़कर बाढ़ राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। वहीं बाढ़ ग्रस्त इलाकों में 500 से अधिक गर्भवती महिलाएं रह रही हैं। इनमें 100 से अधिक ऐसी महिलाएं हैं जिनका एक महीने के भीतर प्रसव होना है। जिले में प्राकृतिक आपदा बाढ़ के दौर में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग प्रभावित क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं की चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को लेकर सजग है। विभाग ने ऐसी गर्भवती को चिन्हित किया है, जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रह रही हैं। इसके साथ आशा कार्यकर्ताओं व एएनएम को निर्देश दिया गया है कि ऐसी गर्भवती महिलाओं के साथ लगातार सम्पर्क में रहकर जरूरत के अनुसार उन्हें अपने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की मदद से बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायें।
ब्लॉकवार गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार करके उनकी निगरानी की जिम्मेदारी आशाओं को दो दी गई है। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को चिह्नित कर लिया गया है। इनमें दो श्रेणियां बनाई गईं हैं। पहली सूची में 150 ऐसी गर्भवती शामिल हैं, जिन्हें एक माह के भीतर प्रसव होना है। जबकि दूसरी सूची में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रह रही लगभग 400 अन्य गर्भवती महिलाएं हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं के उपचार व सुरक्षित प्रसव कराने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।