अरविंद केजरीवाल बोले- प्रधानमंत्री जी, EC पर दबाव बनाकर, एमसीडी चुनाव मत टालिए
(रणभेरी): आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में चुनाव आयोग द्वारा नगर निगम के चुनाव टालने और इसके पीछे दी गई दलीलों को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने चुनाव आयोग पर केंद्र सरकार के आगे झुकने का भी आरोप लगा दिया है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र पर जानबूझकर संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप भी लगाया है। केजरीवाल ने प्रेस वार्ता की शुरुआत करते हुए कहा, दिल्ली में नगर निगम के चुनाव होने थे जिसे लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने 9 मार्च को सुबह एक प्रेस इनवाइट जारी किया था शाम 5.00 बजे तक आयोग चुनाव की तारीखों का एलान करेगा। उसी शाम एक घंटे पहले शाम चार बजे केंद्र ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी कि हम दिल्ली के तीनों निगमों को एक करना चाहते हैं, इसलिए आज चुनाव टाल दें।
अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के पक्ष में माहौल को देखते हुए चुनाव आयोग पर दबाव बनाकर ये इलेक्शन टाले गए हैं। केजरीवाल ने इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को कटहरे में खड़ा किया और उनसे आयोग पर दबाव ना डालने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी चुनाव रद्द मत कराइए अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा, अग चुनाव आयोग पर दबाव डालकर चुनाव रद्द कराए जाएंगे तो इससे चुनाव आयोग कमजोर होगा। आयोग कमजोर होगा तो देश भी कमजोर होग। ऐसे में मेरी प्रधानमंत्री मोदी से हाथ जोड़कर विनती है कि चुनाव रद्द मत कराइए। ये ठीक नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि लोग तो ये भी कह रहे हैं कि तीनों एमसीडी को एक करना तो सिर्फ बहाना है, भाजपा का मकसद चुनाव टालने का है। भाजपा को लग रहा है कि अगर दिल्ली में चुनाव होगा तो आम आदमी पार्टी जीत जाएगी क्योंकि आम आदमी पार्टी की एक लहर है। ऐसे में भाजपा चुनाव हारने के डर से इन चुनावों को टालना चाहती है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर कल को लोकसभा चुनाव से पहले ये लोग कहने लगे कि हम तो संसदीय प्रणाली के बजाय राष्ट्रपति प्रणाली लाना चाहते हैं और संविधान में बदलाव करना चाहते हैं, इसलिए चुनाव स्थगित कर दिए जाएं। तो क्या चुनाव स्थगित होंगे? क्या राज्य के चुनाव स्थगित कर दिए जाएंगे यदि वे कहते हैं कि वे दो राज्यों को एकजुट करना चाहते हैं? बता दें कि दिल्ली में नगर निगमों के चुनावों को लेकर राज्य चुनाव आयोग को 9 मार्च को तारीखों का ऐलान करना था लेकिन ऐन मौके पर तारीखों का ऐलान टाल दिया गया।