बदरंग होने लगे स्मार्ट सिटी के मोहल्ले 

बदरंग होने लगे स्मार्ट सिटी के मोहल्ले 

वाराणसी (रणभेरी): बनारस स्मार्ट हो रहा है। स्मार्ट बोले तो हाई-फाई। 2014 में बनारस से सांसद बनने के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस को जापान के क्योटो शहर की तरह स्मार्ट बनाए जाने का वादा किया था। दावे के लिए तैयारियां भी हुई और स्मार्ट सिटी योजना के तहत बनारस को स्मार्ट बनाने की कवायद भी शुरू हो गई। यह कवायद तब और आगे बढ़ी जब दोबारा मोदी सरकार फिर से सत्ता में आ गई। पहले तो बनारस की सड़कें स्मार्ट हो रही थी फिर बारी आई गलियों की और अब तो गलियां स्मार्ट के नाम पर उस हालत में पहुंच गई हैं, जिसे देखकर शायद स्मार्ट शब्द से ही नफरत हो जाएगी। यह हम ऐसे ही नहीं बल्कि इन दिनों बनारस के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बनारस की गलियों के कायाकल्प की सच्चाई को जानने के बाद बोल रहे हैं, करोड़ों रुपये का बजट पास हुआ और गलियों को स्मार्ट बनाया भी गया पर वह स्मार्टनेस ज्यादा दिन तक नहीं रही। 

85 करोड़ की योजना में जमकर हुई लूट 

वाराणसी नगर निगम में बतौर पार्षद अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने वाले निर्दलीय पार्षद अजीत सिंह स्मार्ट सिटी योजना के तहत हुए कार्यों के सन्दर्भ में स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित ठेकेदारों पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए कहते है कि प्रशासन की मौन सहमति पर स्थानीय भाजपा नेताओं एवं ठेकेदारों ने लगभग ८५ करोड़ की योजना में जमकर लूट मचाया है। गलियों में हर तरफ बीच रास्ते से बहता पानी देखा जा सकता है, दर्जनों मकानों के कुएं में सीवर के पानी की शिकायत आ रही है, दीवारों पर की गयी पेंटिंग कुछ माह में ही बदरंग होने लगे है, कई स्थानों पर पत्थर उखड़ने व टूटने लगे हैं। दरअसल इन कार्यों में बड़ी कमीशनखोरी हुई और मानक की खूब अनदेखी की गयी इसलिए भ्रष्टाचार की नींव पर दिखावे के इस विकास की बदहाल तस्वीर धीरे-धीरे सामने आने लगी है। 

टूटने लगे लोहे के जालीदार ढक्कन

 नगर निगम के राजमंदिर वार्ड अंतर्गत राजमंदिर, बीबीहटिया,नारायण दीक्षित लेन, ब्रह्माघाट, दुर्गाघाट,दुग्धविनायक,ब्रह्मचारिणी मंदिर, मंगलागौरी, बिंदू माधव, रामघाट, सूतटोला इत्यादि मुहल्लों जल निकासी के लिए जगह-जगह पर गली पिट जैसे छोटे-छोटे चैंबर बनाकर उनके ऊपर मजबूती के लिहाज से लोहे के जालीदार ढक्कन लगाए गए थे। अभी इन जालीदार ढक्कन के लगे कुछ माह ही बीते होंगे कि इनके हालात बद से बदतर हो गए। गंगा किनारे की सकरी सकरी गलियों में लगे सैकड़ो लोहे के जालीदार ढक्कन टूटकर क्षतिग्रस्त स्थित में पहुच गए है जिसकी वजह से आये दिन बच्चे,बूढ़े सहित वाहन चालाक दुर्घटना के शिकार होकर चोटिल हो रहे हैं। भ्रष्ट अधिकारियों की अनदेखी से हारकर कई स्थानों पर तो स्थानीय लोगों ने पत्थर रख दिया है, जिससे से कोई चोटिल न हो सके। 

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट सिर्फ कागजों पर अच्छा 

स्मार्ट सिटी के तहत लगभग 3 वर्ष पूर्व गंगा किनारे के कुल 6 वार्डों में विकास कार्य शुरू हुआ। इस योजना के तहत इन गलियों में पेयजल आपूर्ति हेतु नयी पाईप लाईन, सीवर की नयी लाईन सहित नए चैंबर, पत्थर के नए चौके बिछाने के साथ-साथ दीवारों पर पेंटिंग के कार्य किये गए है। तमाम मुहल्लों के स्थानीय निवासियों की माने तो अच्छी खासी गलियों में लगे पत्थरों को उखाड़ कर गलियों को स्मार्ट बनाने के नाम पर बर्बाद कर दिया गया। इन क्षेत्रों में सीवर की समस्या की सबसे ज्यादा शिकायत आने लगी है। यह स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अब सिर्फ कागजों पर ही अच्छा बनकर रह गया है। वास्तविकता में जिन गलियों को स्मार्ट बनाने की कवायद की गयी अब दिन प्रतिदिन उनकी हालत बिगड़ती जा रही है।

6 वार्डों को बनाया गया है स्मार्ट 

वाराणसी नगर निगम अंतर्गत बनारस के पक्के महाल वाले जिन 6 वार्डों को स्मार्ट सिटी योजना के तहत संवारने का दावा किया जा रहा है उनमे कामेश्वर महादेव, राजमंदिर, कालभैरव, गढ़वासी टोला, दशाश्वमेध सहित जंगमबाड़ी वार्ड के मोहल्ले है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत पर्यटकों के आवागमन वाले  इन वार्डो को बेहतर बनाए जाने दावा शासन-प्रशासन द्वारा एवं सत्ताधारी दल के समर्थकों द्वारा सोशल मीडिया पर भी जमकर किया जा रहा है।

सत्ता के दलाल व दबंग ठेकेदारों ने लिख दी है गलियों में बर्बादी की इबारत

ईमानदारी, बदलाव और विकास के फरेबी नारों के साथ वाराणसी की गलियों को स्मार्ट घोषित करने वाले भाजपा के महाभ्रष्ट जनप्रतिनिधियों एवं सत्ता के दलाल व दबंग ठेकेदारों ने मिलकर वाराणसी की गलियों में बर्बादी की इबारत लिख दी है। स्मार्ट सिटी के तहत कराए गए कार्यों में इस कदर कमीशन खोरी की गई कि आज कदम-कदम पर राहगीर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। बुजूर्गों का चलना मुश्किल हो गया है। स्कूल के लिए घरों से निकलने वाले बच्चे इन टूटी जालियों में चपेट में आकर चोटिल हो रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में टूट चुकी यह जालियां गलियों में चलने वाले बाइक सवारों को भी अपनी गिरफ्त में ले रही है लिहाजा पक्का मोहल्ला इन दिनों हर दिन हर कदम दुर्घटनाओं का सामना कर रहा है। भ्रष्टाचारी ताकतों के खिलाफ हर कीमत पर लड़ता रहूंगा...!    

 

-पार्षद अजीत सिंह