दालमंडी चौड़ीकरण पर बवाल: ध्वस्तीकरण शुरू होते ही दुकानदारों का विरोध, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

दालमंडी चौड़ीकरण पर बवाल: ध्वस्तीकरण शुरू होते ही दुकानदारों का विरोध, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

वाराणसी (रणभेरी): दालमंडी गली चौड़ीकरण प्रोजेक्ट के तहत बुधवार को प्रशासन ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी। टीम के पहुंचते ही क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया। कई दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर विरोध जताया और प्रशासन के खिलाफ नाराज़गी व्यक्त की।

दो बजे के करीब पीडब्ल्यूडी एवं नगर निगम की संयुक्त टीम भारी पुलिस बल के साथ दालमंडी पहुंची और एक पुराने मकान को तोड़ने की कार्रवाई प्रारंभ की। मशीनों और हथौड़ों से करीब छह घंटे तक चली कार्रवाई में मकान का लगभग 70% हिस्सा गिरा दिया गया।

कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में अफरा-तफरी की स्थिति रही। दुकानदारों ने आरोप लगाया कि चौड़ीकरण के नाम पर उनकी आजीविका छीनी जा रही है। उनका कहना है कि किसी भी तरह की वैकल्पिक व्यवस्था या उचित मुआवजा उपलब्ध नहीं कराया गया है। कई परिवारों के सामने रोज़गार और बच्चों की पढ़ाई को लेकर संकट खड़ा हो गया है।

स्थानीय लोगों ने कहा कि यह क्षेत्र दशकों से व्यवसायिक गतिविधियों का केंद्र रहा है और अचानक उजाड़ने से लोग सड़क पर आ जाएंगे। वहीं, कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें मुआवजा बेहद कम मिला है, जिससे नए सिरे से व्यवसाय शुरू करना संभव नहीं है।

पहले दिन दीपक शरण और राकेश शरण ने प्रशासन को अपना मकान खाली सौंप दिया। दोनों को लगभग 15 लाख रुपये मुआवजा दिया गया है। नगर निगम रविवार को 187 भवन स्वामियों को नोटिस जारी कर चुका है, जिसमें मकान खाली करने का निर्देश दिया गया था।

संभावित विरोध को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए। इलाके में RAF व PAC की एक-एक कंपनी, चार थानों की फोर्स तथा ड्रोन निगरानी तैनात रही। रातभर पुलिस बल दालमंडी में मौजूद रहेगा और 50 मीटर एरिया में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। गुरुवार दोपहर एक बजे से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पुनः शुरू की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि दालमंडी चौड़ीकरण शहर के यातायात सुधार के लिए आवश्यक है, जबकि दुकानदार इसे रोज़गार छीनने वाला कदम बता रहे हैं।