क्यूआर-कोड के साथ रूटवार हुए ई-रिक्शा

क्यूआर-कोड के साथ रूटवार हुए ई-रिक्शा

वाराणसी (रणभेरी सं.)। कमिश्नरेट के काशी जोन में सोमवार से ई-रिक्शा का संचालन नई क्यूआर कोड यातायात प्रणाली के तहत किया गया। अब शहर की सड़कों पर ई-रिक्शा निर्धारित रूट पर क्यूआर-कोड लगाकर चलेंगे। काशी जोन के 11 थाना क्षेत्रों के चार रूट पर संचालित रिक्शे वरुणा जोन में नही जा सकेंगे। काशी जोन के आदमपुर, जैतपुरा, कोतवाली, चेतगंज, सिगरा, चौक, दशाश्वमेध, लक्सा, भेलूपुर, लंका और चितईपुर थाना क्षेत्र में 10 सितंबर से ई-रिक्शा को क्यूआर और कलरकोड बांटा जा रहा था, अब तक 4200 ई-रिक्शा को कोड आवंटित होने के बाद आज से सख्त संचालन किया जाएगा। काशी जोन के 11 थाना क्षेत्रों में लाल, पीले, हरे और नीले रंग के क्यूआर कोड तैयार किए गए हैं। सीपी मोहित अग्रवाल, एसीपी चिनप्पा, डीसीपी ट्रैफिक ह्देश कुमार, एडीसीपी ट्रैफिक राजेश पांडेय, एआरटीओ श्यामलाल, एसीपी ट्रैफिक गौरव कुमार इसकी मॉनिटरिंग करेंगे। बिना स्टिकर चलने वाले ई-रिक्शो पर सख्ती से जांच कर पुलिस कार्रवाई करेगी।

एडीसीपी ट्रैफिक राजेश पांडेय ने बताया कि काशी जोन में ई-रिक्शा के लिए लागू कलर कोड और रूटवार संचालन के लिए क्यूआर कोड युक्त स्टिकरों का आवंटन रविवार को पूरा हो गया। आज से काशी जोन में चार कलर कोड-रेड, येलो, ग्रीन और ब्लू के मुताबिक ई-रिक्शों का संचालन अनिवार्य कराया जाएगा। 10 सितंबर से स्टिकरों आवंटन शुरू हुआ था, 13 दिनों का समय आवंटन के लिए दिया गया था। काशी जोन में अब बिना स्टिकर के ई-रिक्शा संचालन या निर्धारित कोड युक्त स्टिकर के विपरीत दूसरे रूटों पर संचालन मिलने पर ई-रिक्शा सीज किए जाएंगे।

एडीसीपी ट्रैफिक राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि काशी जोन के 11 थाना क्षेत्रों आदमपुर, जैतपुरा, कोतवाली, चेतगंज, सिगरा, चौक, दशाश्वमेध, लक्सा, भेलूपुर, लंका और चितईपुर के लिए नई व्यवस्था बनाई गई है। सभी ई-रिक्शा चालक को क्यूआर कोड उनकी सुविधा को देखते हुए दिया गया। नई व्यवस्था की नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी। काशी की तरह ही गोमती और वरुणा जोन के ई-रिक्शा काशी जोन के 11 थाना क्षेत्रों में कतई नहीं आने दिया जाएगा, नियम तोड़ने पर यातायात के नियमों के तहत जुमार्ना लगेगा। ई-रिक्शा के साथ आॅटो के खिलाफ भी अभियान चलेगा। इसमें सिटी परमिट वाले आॅटो शहर जबकि रामनगर परमिट वाले आॅटो वहां के क्षेत्र में चलेंगे। 
  रामनगर के आॅटो सामनेघाट तथा नमो घाट तक ही आएंगे। वहीं शहर के आॅटो रामनगर नहीं जाएंगे। देहात क्षेत्र के आॅटो शहर में नहीं आएंगे या फिर रामनगर नहीं जा सकेंगे। वरुणा और गोमती के ई-रिक्शा काशी जोन के क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। अपने ही क्षेत्र में चलेंगे। यदि कोई सवारी कैंट रेलवे स्टेशन जाना चाहती है तो उसे सेकेंड एंट्री की ओर उतारेंगे।

 4200 को क्यूआर कोड वाले स्टिकर दिये

एडीसीपी ट्रैफिक ने कहा कि काशी जोन में कुल 13633 ई-रिक्शा पंजीकृत हैं। इसमें केवल 5952 का ही फिटनेस है। इसमें रविवार तक करीब 4200 को क्यूआर कोड वाले स्टिकर दिये गये हैं।