सड़क जलमग्न, अधिकारी मूकदर्शक और जनता बेबस

बीते 7 महीनों से संत रविदास मार्ग पर जल-जमाव से नारकीय स्थिति
क्षेत्रीय जनता ने सीवर पानी में स्नान कर थरिया-लोटा-घंटा बजाकर किया अनोखा विरोध
वाराणसी (रणभेरी): सीर गोवर्धनपुर वार्ड नंबर 23 के संत रविदास मार्ग पर पिछले सात महीनों से जल-जमाव की समस्या ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। सड़क पर गंदे सीवर पानी और कीचड़ का ऐसा आलम है कि प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु, स्कूली बच्चे और आम नागरिक इसी दलदल से होकर गुजरने को मजबूर हैं। बदबूदार पानी और मच्छरों के प्रकोप से हालात और भी भयावह हो चुके हैं, जबकि जिम्मेदार अधिकारी केवल आश्वासन देकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि समस्या की शिकायत कई बार नगर निगम और संबंधित विभागों से की जा चुकी है। कई बार अधिकारी मौके पर भी आए, लेकिन केवल खानापूर्ति करते हुए दो-तीन दिन तक दिखावटी काम करवा कर चले गए। काम हमेशा अधूरा छोड़ दिया जाता है और जब जनता सवाल करती है, तो अधिकारियों की तरफ से रटा-रटाया जवाब मिलता है—“बजट खत्म हो गया है।” इस जवाब ने नागरिकों की नाराजगी को और भड़का दिया है। बारिश होते ही यह मार्ग पूरी तरह जलमग्न हो जाता है। सड़क कीचड़ और सीवर के पानी से भर जाती है, जिससे राहगीरों के लिए निकलना बेहद मुश्किल हो जाता है। आए दिन कोई न कोई व्यक्ति फिसलकर गिर जाता है, कई लोग चोटिल भी हुए हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक अब तक आधा दर्जन से अधिक लोग इस गंदे पानी और फिसलन भरे रास्ते में गिरकर घायल हो चुके हैं। इसके बावजूद नगर निगम प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। बीते 20-25 दिनों से तो सीवर लाइन का कार्य पूरी तरह ठप पड़ा है, जिससे लोगों का सब्र जवाब देने लगा है। इसी उपेक्षा और प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ रविवार को बाबा साहेब अंबेडकर वाहिनी के महानगर अध्यक्ष अमन यादव ने स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। अमन यादव और उनके समर्थक सीवर के गंदे पानी में उतरे और स्नान कर प्रतीकात्मक विरोध जताया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने थरिया, लोटा और घंटा बजाकर प्रशासन को जगाने का प्रयास किया।
अमन यादव ने कहा कि हमने कई बार अधिकारियों से निवेदन किया कि सड़क और सीवर की समस्या का स्थायी समाधान कराया जाए, लेकिन केवल आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। अगर अगले दो दिनों में काम शुरू नहीं हुआ, तो हम नगर निगम कार्यालय में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेंगे।” उन्होंने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन मोदी-योगी सरकार और नगर निगम प्रशासन को उनकी लापरवाही का एहसास कराने के लिए किया गया है। विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे, जिनमें लाल बहादुर यादव, बाबूलाल यादव, मुसन्न यादव, पगल यादव, कुंदन यादव, बुल्ला यादव, गोलू यादव, हिमांशु प्रजापति, महेंद्र प्रजापति समेत अन्य नागरिक शामिल थे। सभी ने एक स्वर में कहा कि वे अब चुप नहीं बैठेंगे। यदि जल्द से जल्द सड़क और सीवर का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया, तो अगला प्रदर्शन और अधिक व्यापक होगा तथा जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा। स्थानीय बुजुर्गों का कहना है कि संत रविदास मार्ग का यह इलाका कभी साफ-सुथरा और शांत वातावरण वाला था, लेकिन अब चारों तरफ बदबू, कीचड़ और गंदगी फैली है। नालियां चोक हैं, सीवर का पानी सड़क पर बह रहा है और प्रशासन केवल बैठकों में व्यस्त है। बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो गया है और वृद्धों के लिए घर से बाहर निकलना तक जोखिम भरा हो गया है। क्षेत्रीय जनता का कहना है कि जब तक समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता, वे विरोध जारी रखेंगे। लोगों की मांग है कि नगर निगम और जलकल विभाग मिलकर तत्काल सीवर लाइन की सफाई और सड़क निर्माण का कार्य शुरू करें। नागरिकों का कहना है कि उन्हें अब आश्वासन नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई चाहिए।