Ravidas Jayanti 2025: गुरु के धाम में मत्था टेकने आएंगे 20 लाख रैदासी, पीएम- सीएम सहित इन दिग्गज नेताओं को भेजा गया निमंत्रण पत्र
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में 12 जनवरी को संत रविदास की जन्मजयंती है। रविदास जयंती पर गुरु चरणों की रज पाने के लिए देश- विदेश से रैदासी आएंगे। इस बार गुरु के धाम यानी सीरगोवर्धन में मत्था टेकने करीब 20 लाख अनुयायी आएंगे। जयंती के दिन तीन लाख से अधिक श्रद्धालु गुरु बंदगी करने पहुंचेंगे। राजनीतिक दलों के नेता और एक हजार से अधिक एनआरआई भी दर्शन-पूजन करेंगे। मंदिर प्रशासन की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत मान , कांग्रेस से प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को तो बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को भी दर्शन करने के निमंत्रण भेज दिया है। वहीं, उनकी जन्मस्थली पर रैदासियों के ठहरने, भंडारे आदि की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
12 फरवरी को रविदास जन्मोत्सव के अवसर पर मंदिर प्रबंधन की ओर से भेजे गए राजनेताओं को निमंत्रण के बारे में रविदास मंदिर के श्रीगुरु रविदास जन्म स्थान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी केएल सरोवा ने बताया बताते हैं कि जयंती की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है।लंगर से लेकर टेंट तक की व्यवस्था कर ली गई है। आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खाने से लेकर रहने तक की पूरी व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि इस बार महाकुंभ को देखते हुए पंडाल के क्षेत्रफल को दो गुना बड़ा बना दिया गया है।
केएल सरोवा ने बताया जन्मोत्सव के अवसर पर भेजे गए निमंत्रण के बारे में बताया कि इस वर्ष पीएम मोदी, सीएम योगी, पंजाब के मुख्यमंत्री, कांग्रेस से प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को तो बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी निमंत्रण भेजा गया है। उन्होंने बताया कि यह हर वर्ष भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि अभी तक किसी के आने की सूचना तो नहीं आई है, लेकिन जो कोई आएगा उसका स्वागत है।
रविदास भारत में 15वीं शताब्दी के एक महान संत, दर्शनशास्त्री, कवि और समाज-सुधारक थे। उनका जन्म वाराणसी के एक दलित परिवार में हुआ था। इनके अनुयायी उत्तर प्रदेश, पंजाब-हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में भी हैं। इनके बारे में एक मशहूर लोकोक्ति है- मन चंगा तो कठौती में गंगा।