वाराणसी में मंदिरों की तर्ज पर बन रहे पंडाल, हथुआ मार्केट पंडाल में दिखेगा पशुपतिनाथ का विशेष रूप
वाराणसी (रणभेरी): भोले की नगरी काशी में इस नवरात्रि पर इस बार पंडालों में देश विदेश के बड़े मंदिरों की अनुकृति देखने को मिलने वाली है। वाराणसी में नेपाल के पशुपतिनाथ और गुजरात के सोमनाथ मंदिर का विशाल मॉडल पंडाल के रूप में दिखाई देगा तो वहीं वाराणसी के साथ ही प्रयागराज में काशी विश्वनाथ मंदिर को उकेरा जा रहा है। यही नहीं, केदारनाथ मंदिर की भी अनुकृति यहां के एक पंडाल में बन रही है। दुर्गापूजा के उत्सव की तैयारियों को लेकर ऐसी रौनक कोरोना के कारण पूरे दो साल बाद नजर आ रही है। दुर्गा पूजा पंडालों का निर्माण अंतिम दौर में हैं। जल्द ही इसमें मूर्ति का स्थापना हो जाएगी और दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आने लगेंगे।
इसी क्रम वाराणसी में थाना चेतगंज के सामने हथुआ बाजार के पंडाल प्रीमियम ब्वॉयज क्लब के कोषाध्यक्ष संजय गुप्ता की अनुपस्थिति में सहकोषाध्क्ष अजय जयसवाल ने बताया कि पंडाल यहां भी लगभग पंडाल के साथ मूर्ती का भी काम तेजी से पूर्ण रूप धारण करने को तैयार है पिछले दो वर्ष के कोरोना काल में जो भव्यता पंडाल को नहीं दी जा सकी उसे इस बार पूरा करने की कोशिश है। इसके पूर्ति के लिए अनुमानित 50 लाख का बजट बनाया गया है पंडाल के लिए 50 बंगाल से कारीगर और 20 स्थानीय कारीगरों को लगाया गया है इस वर्ष पंडाल का स्वरुप नेपाल के विश्वप्रसिद्ध पशुपतिनाथ मन्दिर के तरह होगा पंडाल में प्रदर्शनी में सब कुछ इलेक्ट्रानिक होगा जिसमे शेर की दहाड़ दुर्गा प्रतिमा की मस्तक का घूमना शामिल किया गया है।
अनुमान लगाया गया है कि प्रतिदिन 2 लाख श्रद्धालु जुटेंगे सुरक्षा के मद्देनजर रवि पांडे (क्लब सदस्य ) ने बताया की अभी तक प्रशासन से कोई सूचना तो नहीं मिली है लेकिन हमारे अपने 25 से 50 कार्यकर्ता लोगों की मदद को रहेंगे। इस पंडाल की शुरुआत 45 वर्ष पूर्व स्व अवधेश राय ने किया था वर्तमान में इसे पूर्व एमएलए अजय राय का भी सहयोग प्राप्त है बाकी सभी तैयारी क्लब माध्यम से पूर्ण किया जाता है।