गोरखपुर: ट्यूशन टीचर पर नाबालिग छात्रा के साथ अश्लील हरकत का आरोप, आरोपी गिरफ्तार
(रणभेरी): गोरखपुर में एक 15 वर्षीय छात्रा के साथ उसके ट्यूशन टीचर द्वारा की गई शर्मनाक हरकत ने शहर में हड़कंप मचा दिया है। मामला रामगढ़ताल क्षेत्र का है, जहां छात्रा के पिता ने बताया कि उनका परिवार 9 नवंबर को अस्पताल में अपनी बहन का ऑपरेशन देखने गया था। घर में छात्रा अकेली थी, और इसी दौरान ट्यूशन टीचर आलोक यादव (25) पढ़ाई का बहाना बनाकर उनके घर आया।
छात्रा ने अपनी चाची को रोते-रोते बताया कि जैसे ही टीचर घर में आया, उसने पूछा कि घर पर कोई नहीं है क्या। छात्रा ने बताया कि पापा-मम्मी और बुआ हॉस्पिटल गए हुए हैं। इसके बाद टीचर ने पढ़ाई कम और मजाक ज्यादा करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे वह उसके करीब आने लगा और उसकी सहमति के बिना शारीरिक संपर्क करने की कोशिश करने लगा।
छात्रा ने कई बार विरोध किया और टीचर से कहा कि वह चले जाएं, लेकिन उसने उनकी बात नहीं मानी। इसके बाद आरोपी ने छात्रा के साथ बैड टच किया और उसे पकड़कर अपनी ओर खींचने की कोशिश की। जब छात्रा जोर-जोर से चिल्लाई, तो आरोपी ने धमकी देते हुए वहां से भाग गया। घटना के बाद छात्रा के शरीर पर संघर्ष के निशान पाए गए।
छात्रा की चाची ने तुरंत परिवार को इस घटना की जानकारी दी। अगले दिन, 10 नवंबर को छात्रा के पिता ने रामगढ़ताल थाने में FIR दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई करते हुए 11 नवंबर को आरोपी आलोक यादव को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी महराजगंज जिले के अहिरौली गांव का रहने वाला है और पिछले दो साल से छात्रा को ट्यूशन पढ़ा रहा था।
पुलिस के अनुसार, आरोपी अब अपने किए पर पछतावा जता रहा है। वह कह रहा है कि उसने गलती की है और आगे ऐसी हरकत नहीं करेगा। रामगढ़ताल थाना प्रभारी नितिन रघुनाथ ने बताया कि छात्रा का बयान दर्ज कर आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
गोरखपुर यूनिवर्सिटी की समाजशास्त्र की प्रोफेसर संगीता पांडेय ने इस घटना पर चिंता जताई। उनका कहना है कि आजकल माता-पिता अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर अत्यधिक व्यस्त हैं और इसी कारण घर पर ट्यूशन टीचर्स पर अंधविश्वास कर देते हैं। ऐसे में बिना जांच-पड़ताल के ट्यूशन टीचर्स को घरों में बैठाना बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। प्रोफेसर ने माता-पिता से कहा कि बच्चों की सुरक्षा के लिए हमेशा टीचर की पृष्ठभूमि और व्यवहार की जांच करनी चाहिए।
छात्रा के परिवार ने कहा कि वे इस घटना से बेहद दुखी हैं और अब अन्य बच्चों को भी सुरक्षित रखने के लिए जागरूक रहेंगे। यह मामला सिर्फ एक शिक्षक की शर्मनाक हरकत नहीं है, बल्कि यह पूरे ट्यूशन व्यवस्था में माता-पिता की सुरक्षा जागरूकता की कमी और बच्चों की सुरक्षा की अनदेखी को भी उजागर करता है।











