राष्ट्रपति मुर्मू ने सुखोई-30 फाइटर जेट में भरी उड़ान

 राष्ट्रपति मुर्मू ने सुखोई-30 फाइटर जेट में भरी उड़ान

(रणभेरी): राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के असम दौरे का आज तीसरा व आखिरी दिन है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को असम के तेजपुर वायु सेना स्टेशन से सुखोई-30 MKI फाइटर जेट में अपनी पहली उड़ान भरी। राष्ट्रपति मुर्मू इस तरह की उड़ान भरने वाली तीसरी राष्ट्रपति और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। इससे पहले प्रतिभा देवी पाटिल ने ऐतिहासक उड़ान भरी थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को गुवाहाटी में गजराज महोत्सव-2023 का उद्घाटन किया। 

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रकृति और मानवता के बीच पवित्र रिश्ता होता है। जो कार्य प्रकृति और पशु-पक्षियों के लिए हितकारी है, वह मानवता के भी हित में है। धरती माता के हित में भी है। इससे पूर्व उन्होंने कांजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में हाथी को खाना खिलाया और जीप सफारी का लुत्फ लिया। राष्ट्रपति ने हाथियों के साथ दया का व्यवहार करने, उनके गलियारों को अवरोधों से मुक्त रखने का आग्रह किया ताकि उनकी आवाजाही आसान हो सके। बता दें, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिवसीय असम दौरे पर गुरुवार दोपहर गुवाहाटी पहुंची थीं। हवाई अड्डे पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति की अगवानी के लिए राज्यापल गुलाब चंद कटारिया भी हवाई अड्डे पर मौजूद रहे।

Sukhoi Su-30MKI की लंबाई 72 फीट, विंगस्पैन 48.3 फीट और ऊंचाई 20.10 फीट है। इसका वजन 18,400 KG है. सुखोई में लीयुल्का एल-31एफपी आफ्टरबर्निंग टर्बोफैन इंजन लगे हैं, जो उसे 123 किलोन्यूटन की ताकत देता है. यह 2120 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से उड़ता है। इसकी कॉम्बैट रेंज 3000 किलोमीटर है। बीच रास्ते में ईंधन मिल जाए तो यह 8000 किलोमीटर तक जा सकता है। सुखोई -30 एमकेआई रूस के सुखोई की ओर से डवलप और भारत के एयरोस्पेस दिग्गज हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा निर्मित एक ट्विन-सीटर मल्टीरोल फाइटर जेट है।