काव्य-रचना

काव्य-रचना

         जिंदगी            

जिंदगी की कोई राह आसान नहीं होती 
जिसे फूल समझो असल में वो फूल नहीं होते 

काँटों भरी है ये जिंदगी की राहे 
हम चलते चलते समझो थक से जाते 

जिंदगी भर जिसको अपना मान साथ दिया 
कब वो धोखा देकर चला गया पता नहीं चला

अजीब सी है ये जिंदगी भी 
कभी आपार खुशी देती तो कभी दुःख भी 

जिंदगी को कभी आसान समझने की भूल न करो 
बस अपने कर्त्तव्य-पथ पर खुशी खुशी  चलते रहो 

जिंदगी में गम किसने  नहीं देखा 
कोई डूबा उसमें तो कोई उससे जीत गया 

जिंदगी भी साथ उसी का साथ  देती 
जो हमेशा अपने काम के प्रति ऊर्जा मान है होता  

जिंदगी से कोई सिकवा नहीं करो 
जिंदगी को हर पल भरपूर होकर जियो 

कल की चिंता जिंदगी से रुस्वा कर देती है 
आने वाली हर खुशियों को जुदा कर देती है 

जिंदगी में हमेशा खुद  के लिए नहीं सोचो 
कभी -कभी आस पास के लोगो के लिए भी
जी-कर  कुछ कर जाओ 

नीमा रश्मि