वाराणसी में बोले पीएम -'गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह, हमारे लिए माता है, पूजनीय है
वाराणसी (रणभेरी): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के बाद 10 दिन के अंदर दूसरी बार वाराणसी पहुंचे हैं। यहां से करीब 12 किमी दूर करखियांव स्थित सभास्थल पर सड़क मार्ग से पहुंचे, और 870.16 करोड़ से अधिक लागत वाली 22 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। साथ ही, 1225.51 करोड़ की पांच परियोजनाओं की आधारशिला रखा। सबसे बड़ा प्रोजेक्ट 475 करोड़ से करखियांव में बनास डेयरी संकुल है। 30 एकड़ भूमि में फैले इस डेयरी का निर्माण दो वर्ष में होगा। प्लांट में प्रतिदिन पांच लाख लीटर दूध उत्पादन का लक्ष्य है। इसके अलावा ओल्ड काशी के छह वार्डों के पुनर्विकास, बेनियाबाग में पार्किंग और पार्क, नदेसर व सोनभद्र तालाबों का सुंदरीकरण, रमना में 50 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 720 स्थानों पर करीब 1400 उन्नत निगरानी कैमरा लगाने के कार्य का भी शुभारम्भ किया। पीएम मोदी ने 2100 करोड़ की 22 परियोजनाओं की दी सौगात, 20 लाख परिवारों को ऑनलाइन खेतौनी जारी की।लोकार्पण-शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री एक जनसभा को संबोधित किया। पीएम ने संबोधन की शुरूआत हर-हर महादेव से की। त्रिलोचन महादेव और माता चौकिया देवी का भी जयकारा लगाया। कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ जौनपुर व मछलीशहर के सांसद और वाराणसी व जौनपुर के सभी विधायक मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बनास डेयरी से जुड़े लाखों किसानों के खाते में करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। रामनगर के दूध प्लांट को चलाने केलिए बायोगैस आधारित पावर प्लांट का भी शिलान्यास हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि आज यूपी के लाखों लोगों को अपने घर के कानूनी दस्तावेज भी सौंपी गई है। सहकारिता क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने वाली बनास डेयरी और पशुपालकों के बीच एक नई साझेदारी शुरू हुई है। इससे सिर्फ पिंडरा ही नहीं आसपास के सभी क्षेत्रों को इसका लाभ होगा।आसपास के गांवों में दूध खराब होने की चिंता से भी मुक्ति मिलेगी। अच्छे किस्म के पशुओं को पाला जाएगा। दूध दही छास मक्खन के अलावा यहां आइसक्रीम और मिठाइयां भी बनेंगी। यानी बनारस की छेने की मिठाईयां या लौंगलता का स्वाद और बढ़ जाएगा। अब तो मलईयो का मौसम भी आ ही गया है। एक प्रकार से बनास काशी संकुल बनारस के रस को और बढ़ा देगा।मोदी ने कहा कि पहला ये कि पशुपालन, देश के छोटे किसान जिनकी संख्या 10 करोड़ से भी अधिक है, उनकी अतिरिक्त आय का बहुत बड़ा साधन बन सकता है। दूसरा ये कि भारत के डेयरी प्रॉडक्ट्स के पास, विदेशों का बहुत बड़ा बाजार है जिसमें आगे बढ़ने की बहुत सारी संभावनाएं हमारे पास हैं। तीसरा ये कि पशुपालन, महिलाओं के आर्थिक उत्थान, उनकी उद्यमशीलता को आगे बढ़ाने का बहुत बड़ा जरिया है। और चौथा ये कि जो हमारा पशुधन है, वो बायोगैस, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती का भी बहुत बड़ा आधार है।
गाय की बात करना कुछ लोगों को लगता है गुनाह
पीएम ने कहा कि मुझे खुशी है कि यूपी आज देश का सबसे अधिक दूध उत्पादक राज्य तो है ही, डेयरी सेक्टर के विस्तार में भी बहुत आगे है। 6-7 वर्ष पहले की तुलना में देश में दूध उत्पादन लगभग 45 प्रतिशत बढ़ा है। आज भारत दुनिया का लगभग 22 प्रतिशत दूध उत्पादन करता है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के डेयरी सेक्टर को मजबूत करना, आज हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। इसी कड़ी में आज यहां बनास काशी संकुल का शिलान्यास किया गया है। मोदी ने कहा कि आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी की जन्मजयंती है। उनकी स्मृति में देश, किसान दिवस मना रहा है। हमारे यहां गाय की बात करना, गोबरधन की बात करना कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है। गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है, हमारे लिए गाय, माता है, पूजनीय है। गाय-भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि देश के 8 करोड़ परिवारों की आजीविका ऐसे ही पशुधन से चलती है।
पूर्वांचल बनेगा दुग्ध उत्पादन का बड़ा हब
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इकोनॉमी और इकोलॉजी की संकल्पना के साथ अब किसानों की आय दो गुना करने के लिए प्राकृतिक खेती को आजमाने की जमीन भी अमूल प्लान्ट लगने के साथ ही शुरू हो गई है। नैचुरल और जीरो बजट फार्मिंग के लिए बनास डेयरी (अमूल) का कार्य पीएम की पहल पर वाराणसी में शुरू हो चुका है। गुरुवार की दोपहर वाराणसी में पीएम नरेन्द्र मोदी ने प्रस्तावित परियोजना के मॉडल का भी अवलोकन कर पूरी परियोजना की सराहना भी की।इस दौरान अधिकारियों ने पूरी परियोजना का खाका पीएम के सामने प्रस्तुत कर इससे किसानों को मिलने वाले लाभ के बारे में भी अवगत कराया। पीएम जनसभा को संबोधित करने से पूर्व 475 करोड़ की अमूल की बनास काशी संकुल परियोजना की नींव रखी। इस अमूल प्लांट की नींव रखने से किसानों संग क्षेत्र का विकास तय माना जा रहा है। इस दौरान एक लाख 70 हजार दुग्ध उत्पादकों को 35.2 करोड़ रुपये बोनस का भी पीएम ने आनलाइन हस्?तांतरण कर दुग्ध उत्पादकों के चेहरे पर मुस्कान दी है। बनास डेयरी से जुड़े लोगों के सामने जॉब का इकोसिस्टम भी इसके जरिए बन रहा है और इससे पलायन भी रुकेगा। वहीं प्लान्ट लगने से अब वाराणसी और आसपास के जिलों के किसानों के लिए अमूल की यह परियोजना बड़ा अवसर साबित होने जा रही है। पीएम ने इस मौके पर डेयरी से जुड़े बोनस को जारी कर डेयरी उद्योग की महत्ता और इसे अवसर के तौर पर लेने के लिए किसानों में प्रेरणा भरी है। डेयरी उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बनास डेयरी के प्लांट के शिलान्यास के अवसर पर प्रमाणन चिह्न 'डेयरी मार्क' भी लांच किया है। इसमें उत्पाद-खाद्य सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली, प्रमाणीकरण के लिए एकीकृत लोगों में बीआइएस, आइएसआइ चिन्ह, कामधेनु गाय के साथ एनडीडीबी गुणवत्ता चिह्न शामिल है।
पीएम ने लौंगलता का भी किया जिक्र
डबल इंजन की हमारी सरकार पूरी ताकत से किसानों के लिए काम कर रही है। सहकारिता क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने वाली बनास डेयरी और पशुपालकों के बीच एक नई साझेदारी शुरू हुई है। इससे सिर्फ पिंडरा ही नहीं आसपास के सभी क्षेत्रों को इसका लाभ होगा। आसपास के गांवों में दूध खराब होने की चिंता से भी मुक्ति मिलेगी। अच्छे किस्म के पशुओं को पाला जाएगा। दूध दही छास मक्खन के अलावा यहां आइसक्रीम और मिठाइयां भी बनेंगी। यानी बनारस की छेने की मिठाईयां या लौंगलता का स्वाद और बढ़ जाएगा। अब तो मलईयो का मौसम भी आ ही गया है। एक प्रकार से बनास काशी संकुल बनारस के रस को और बढ़ा देगा।
कुछ लोगों को यूपी के विकास से तकलीफ होती है- पीएम
कुछ लोगों को यूपी के विकास की बात करने से तकलीफ होती है। ये लोग नहीं चाहते कि काशी का विकास हो। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास की बातें भी उनके सिलेबस में ही नहीं है। उनकी सोच, बोलचाल सिलेबस में क्या है सब जानते हैं- माफियावाद, परिवारवाद, जमीनों पर अवैध कब्जा। पहले की सरकारों के समय यूपी के लोगों को जो मिला और आज लोगों को हमारी सरकार से जो मिल रहा है उसका फर्क साफ है। हम यूपी में विरासत को बढ़ा रहे हैं और विकास को भी। लेकिन अपना स्वार्थ सोचने वाले इन लोगों को पूर्वांचल के विकास से, बाबा के काम से, विश्वनाथधाम के काम से आपत्ति होने लगी है। मुझे बताया गया कि बीते रविवार डेढ़ लाख से ज्यादा श्रद्धालु काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे थे। यूपी को पीछे धकेलने वाले इन लोगों की नाराजगी और बढ़ेगी। लेकिन जैसे जैसे आपका आशीर्वाद हमारे लिए बढ़ता जाता है उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचेगा। डबल इंजन की सरकार यूपी के लिए ऐसी ही मेहनत करती रहेगी। हम विकास के नए रिकॉर्ड बनाते रहेंगे। आप सभी को सभी विकास परियोजनाओं की आप सभी को बधाई। अंत में पीएम ने भारत माता की जय के नारे लगवाए और अपना संबोधन को विराम दिया।
बोले सीएम योगी: योजनाओं को समय से पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता
करखियांव में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के विकास का खाका अपने भाषण में खींचते हुए काशी के विकास को भी रेखांकित किया। वाराणसी के धार्मिक, आध्यात्मिक महत्व को परिलक्षित करते हुए पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पीएम के द्वारा पहल करने और योजनाओं के समय से पूरा करने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंच पर पहुंचे तो सबसे पहले भारत माता की जय और गंगा माता के जयकारे लगाने के साथ हर-हर महादेव से अपना संबोधन शुरू किया। इस दौरान जनता को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बीते 13 दिसम्बर को अद्भुत चमत्कार कर दिया, जिसका वर्षों से काशी को इंतजार था। काशी विश्वनाथ धाम आज भव्य रूप में दिख रहा है और पूरी दुनिया उसकी भव्यता को निहार रही है। प्रधानमंत्री ने काशी को वैश्विक मंच पर स्थापित करने के लिए आज से साढ़े सात वर्ष पहले कही थी। आज विकास के साथ सांस्कृितक और आध्यत्मिक दृष्टि से यूपी को और काशी को विशिष्ट पहचान दिलायी है।
विपक्षी नेताओं को किया गया हाउस अरेस्ट
प्रधानमंत्री के वाराणसी आगमन को देखते हुए सपा, कांग्रेस और अन्य दलों के कई नेताओं को हाउस अरेस्ट किया गया है। प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए उनकी बाहरी सुरक्षा व्यवस्था में 11 आईपीएस अफसरों के नेतृत्व में पुलिस, पीएसी और सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के 10 हजार से ज्यादा जवान तैनात रहेंगे। प्रधानमंत्री का जनसभा स्थल सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में हैं। सभा स्थल में किसी को भी काले कपड़े पहन कर नहीं जाने दिया गया।