पीएम मोदी ने साबरकांठा में किया मिल्क पाउडर प्लांट का उद्घाटन, जानें इसकी खासियत
(रणभेरी): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 से 29 जुलाई तक दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं। वहां उन्होंने गुरुवार को साबरकांठा में साबर डेयरी में 120 एमटीपीडी पाउडर निर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया। यह निर्माण संयत्र 305 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक यह संयंत्र लगभग शून्य उत्सर्जन के साथ अत्यधिक ऊर्जा कुशल है। संयंत्र नवीनतम और पूरी तरह से स्वचालित बल्क पैकिंग लाइन से सुसज्जित है इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने सबर डेयरी में एसेप्टिक मिल्क पैकेजिंग प्लांट का भी उद्घाटन किया। यह 3 लाख लीटर प्रतिदिन की क्षमता वाला एक अत्याधुनिक संयंत्र है। इस परियोजना को लगभग 125 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ क्रियान्वित किया गया है। संयंत्र में अत्यधिक ऊर्जा कुशल और पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकी के साथ नवीनतम स्वचालन प्रणाली है जो दुग्ध उत्पादकों को बेहतर पारिश्रमिक सुनिश्चित करने में मदद करेगी।
इस दौरान पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज साबर डेयरी का विस्तार हुआ है। सैकड़ों करोड़ रुपए के नए प्रोजेक्ट यहां लग रहे हैं। आधुनिक टेक्नोलाजी से लैस मिल्क पाउडर प्लांट और ए-सेप्टिक पैकिंग सेक्शन में एक और लाइन जुड़ने से साबर डेयरी की क्षमता और अधिक बढ़ जाएगी। 2014 तक देश में 40 करोड़ लीटर से भी कम इथेनाल की ब्लेंडिंग होती थी। आज ये करीब 400 करोड़ लीटर तक पहुंच रहा है। हमारी सरकार ने बीते 2 वर्षों में विशेष अभियान चलाकर 3 करोड़ से अधिक किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड भी दिए हैं। मोदी साबरकांठा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड, जिसे साबर डेयरी के नाम से भी जाना जाता है। इसके मिल्क पाउडर प्लांट का उद्घाटन करेंगे।
- मिल्क पाउडर प्लांट की लागत करीब 305 करोड़ रुपये है।
- साबर डेयरी के अत्याधुनिक प्लांट में प्रतिदिन 120 मीट्रिक टन दूध पाउडर का उत्पादन करने की क्षमता है।
- मोदी प्रतिदिन तीन लाख लीटर दूध के प्रसंस्करण के लिए साबर डेयरी के प्लांट का उद्घाटन भी करेंगे।
- मोदी 600 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले चीज़ प्लांट की भी शुरुआत करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी 29 जुलाई को गांधीनगर में गिफ्ट सिटी का दौरा करेंगे। गिफ्ट सिटी (गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी) को न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया के लिए वित्तीय और प्रौद्योगिकी सेवाओं के लिए एक एकीकृत केंद्र के रूप में परिकल्पित किया गया था।