वाराणसी में अस्पताल के चौथी मंजिल से कूद कर मरीज ने दी जान

वाराणसी में अस्पताल के चौथी मंजिल से कूद कर मरीज ने दी जान

गाजीपुर से इलाज के लिए बीएचयू अस्पताल आए बुजुर्ग के हॉर्ट का आज होना था ऑपरेशन 

वाराणसी (रणभेरी): बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय के चौथी मंजिल से कूद कर एक हृदय रोगी ने जान दे दी। बताया जा रहा है कि वो पिछले एक-दो दिनों से तनाव में थे। गाजीपुर के मूल निवासी बुजुर्ग की शनिवार को ही बाइपास सर्जरी होनी थी। बता दें कि बीएचयू अस्पताल में इस तरह से कूद कर जान देने की ये दूसरी घटना है। ऐसी घटना के बाद से अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठने लगे है। जानकारी के मुताबिक सर सुंदरलाल चिकित्सालय के चौथे मंजिल पर स्थित हृदय रोग विभाग के वार्ड में भर्ती गाजीपुर जिले के करीमुद्दीनपुर उतरवा के मूल निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग श्याम सुंदर तिवारी ने वार्ड के बाथरूम की खिड़की से कूद कर जान दे दी। चौथे तल से सिर के बल जमीन पर गिरने बुजुर्ग की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों पर जैसे गम का पहाड़ टूट पड़ा तो पूरे अस्पताल परिसर में सनसनी फैल गई। हर कोई बुजुर्ग के आत्मघाती कदम की चर्चा करने में डूबा रहा। वैसे वो यहां पिछले तीन दिन से भर्ती थे। बताया जा रहा है कि बाइपास सर्जरी का नाम सुन कर वो तनाव में थे।

  • आज होना था ऑपरेशन 

बुजुर्ग श्याम सुंदर तिवारी का इलाज डॉ. धर्मेंद्र जैन की देखरेख में चल रहा था। डॉक्टर ने शनिवार को ऑपरेशन की डेट दी थी। ऑपरेशन के लिए डॉक्टर के बताए अनुसार सारी दवाइयां खरीद ली गई थीं। श्यामसुंदर के इकलौते पुत्र चंदन तिवारी गुजरात में काम करते हैं। वो पिता के इलाज के लिए छुट्टी लेकर आए थे। चंदन ने बताया कि डॉक्टरों ने ऑपरेशन  के लिए एक लाख रुपये खर्च आने की बात कही थी। इतनी बड़ी राशि को लेकर पिता काफी परेशान रहे। चंदन ने बताया कि आज पापा फ्रेश होने के लिए वॉर्ड के बाथरूम में गए। फिर वहीं खिड़की से छलांग लगा दी। चौथे मंजिल से छलांग लगाने के बाद श्याम सुंदर जैसे ही नीचे गिरे तो आवाज सुन कर आवाज सुन कर आसपास मौजूद मरीजों के तीमारदार और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मी दौड़ कर मौके पर पहुंचे। घटना की सूचना तत्काल लंका थाने की पुलिस को दी।

  • ऑपरेशन पर आने वाले खर्च से तनाव में थे

बेटे चंदन का कहना है कि पापा के ऑपरेशन  पर एक लाख रुपये का खर्च आना था। इसमें 80 हजार रुपये आॅपरेशन और 20 हजार रुपये दवाओं का खर्च अस्पताल के लोगों ने बताया था। इतनी बड़ी राशि सुन कर वो काफी तनाव में थे। दरअसल वो कृषक परिवार से रहे। उन्हें एक बेटा चंदन के अलावा तीन बेटियां हैं जिनका विवाह हो चुका है। इस संबंध में इंस्पेक्टर लंका वेद प्रकाश राय ने बताया कि बीएचयू के के प्रॉक्टोरियल बोर्ड की सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया।

  • इससे पहले 2020 में हुई थी ऐसी ही घटना

बता दें कि इससे पहले कोरोना लहर के दौरान वाराणसी के फूलपुर निवासी एक मरीज ने अगस्त 2020 में चौथी मंजिल से कूद कर जान दे दी थी। दो साल पहले जब फूलपुर निवासी युवक ने चौथी मंजिल कीसे कूद कर जान दी थी, तब भी सुरक्षा का मामला उठा था। दरअसल अस्पताल में मरीजों पर निगरानी का कोई मुकम्मल इंतजाम नहीं है। दो गार्ड हैं जो भूतल पर रहते हैं। ऐसे में अस्पताल की किस मंजिल पर कौन मरीज कहां जा रहा है, क्या कर रहा है, इसकी जानकारी किसी को नहीं होती। इतना ही नहीं अस्पताल परिसर में लगे कई सीसीटीवी कैमरे भी खराब हैं।