BHU में जलपान गृह में अव्यवस्थाओं के खिलाफ NSUI ने किया विरोध प्रदर्शन, 5 सूत्रीय मांगों का दिया ज्ञापन

BHU में जलपान गृह में अव्यवस्थाओं के खिलाफ NSUI ने किया विरोध प्रदर्शन, 5 सूत्रीय मांगों का दिया ज्ञापन

वाराणसी (रणभेरी): काशी हिंदू विश्वविद्यालय में स्थित मैत्री जलपान गृह में अव्यवस्थाओं को लेकर सोमवार को  NSUI से जुड़े छात्र मैत्री जलपान गृह के पास धरने पर बैठ गए और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। धरने पर बैठे छात्रों ने प्रशासन पर लापरवाही और सुनियोजित साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि मैत्री, एग्रो और केंद्रीय कार्यालय स्थित जलपान गृहों को लगभग बंद करने की स्थिति में पहुँचा दिया गया है। छात्रों का कहना है कि इन स्थानों पर पहले दर्जनों कर्मचारियों की नियुक्ति थी, लेकिन अब संख्या घटकर आधा दर्जन से भी कम रह गई है।

छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय के अंदर जलपान गृह केवल भोजन का स्थान नहीं, बल्कि एक सामाजिक और शैक्षणिक जीवन का अहम हिस्सा हैं। खासकर वे छात्र जिन्हें छात्रावास नहीं मिल पाता, वे कक्षाओं के बीच या बाद में इन्हीं जलपान गृहों पर निर्भर रहते हैं। यहां कभी किफायती दर पर बेहतर गुणवत्ता का नाश्ता और भोजन मिलता था, लेकिन अब हालात इतने खराब हो चुके हैं कि भोजनालय के अस्तित्व पर ही संकट मंडरा रहा है। लंबे समय से रिटायर हो चुके कर्मचारियों के स्थान पर कोई नई भर्ती नहीं की गई, जिससे कार्यरत कर्मचारियों पर अतिरिक्त भार बढ़ गया है। गुणवत्तापूर्ण भोजन और सेवा अब बीते दिनों की बात हो चुकी है।

छात्रों ने अपनी पांच सूत्रीय प्रमुख मांगें

सभी जलपान गृहों को पूर्ववत सुचारु रूप से संचालित किया जाए।
रिक्त पड़े कर्मचारियों के पदों पर तत्काल स्थायी नियुक्ति की जाए।
भोजन की गुणवत्ता और मात्रा सुनिश्चित की जाए।
जलपान गृहों में मूलभूत सुविधाएं बहाल की जाएं।
जलपान गृहों के संचालन में पारदर्शिता और जवाबदेही तय की जाए।