मां की प्रतिमाएं चलीं पूजा पंडालों की ओर
वाराणसी (रणभेरी सं.)। काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ की नगरी मां आदिशक्ति की उपासना के रंग में नहाने लगी है। घरों में देवी आराधना के स्वर तो मंदिरों में भक्तों की अटूट कतार, भिनसार से देर रात तक दर्शन-पूजन, जय-जयकार तो नौ दिवसीय व्रत-अनुष्ठान पूरी सात्विकता के साथ चल रहे हैं। पहले दिन से स्थापित पूजा पंडालों में रौनक बढ़ रही, अन्य पंडाल सज रहे तो सड़कें गलियां रोशनी से नहा रही हैं। षष्ठी तिथि में देवी प्रतिमाओं का पंडालों में आगमन आरंभ हो जाएगा। सप्तमी तिथि से मां की पूजा-अर्चना पंडालों में आरंभ होगा। इसके लिए सभी भक्त श्रद्धालु तैयारियों में जुटे हैं। कहीं भव्य पंडाल बनकर तैयार हो चुके हैं तो कहीं पंडालों का निर्माण अंतिम चरण में है। मां की प्रतिमाएं भी पूरी भव्यता-दिव्यता के साथ संवरकर भक्तों को दर्शन देने को तैयार हैं। मां की उपासना का शास्त्रीय पर्व अब लोकोत्सव की ओर बढ़ता जा रहा है। शहर प्रकाश पुंजों से जगमगा रहा है। हर ओर रंग-बिरंगी विद्युत झालरें दपदपाने लगी हैं तो कभी दूधिया, कभी स्वर्णिम प्रकाश में पंडालों की आभा मन मोहने लगी है। देवी गीतों, भक्ति जागरण के आयोजनों से हर ओर मां की महिमा महमह कर रही है। बस, एक दिन की प्रतीक्षा और फिर, आध्यात्मिक पराकाष्ठा का यह पर्व लोक आस्था के घनीभूत उल्लास में डूब जाएगा।
शारदीय नवरात्र में इस वर्ष तिथियों की वृद्धि और क्षय के कारण देवी का बोधन षष्ठी के बजाय पंचमी तिथि 8 अक्तूबर यानी आज होगा। नवमी की हानि के कारण एक दिन पहले शुरू होने पर भी दुर्गोत्सव पांच दिनों का ही होगा। पूजा पंडालों में धार्मिक अनुष्ठानों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी शुरू होंगे। भेलूपुर, पांडेय हवेली, शिवाला से लेकर जंगमबाड़ी और दशाश्वमेध के बीच बनाए गए पूजा पंडालों में विधानों की शुरूआत मुहूर्त के अनुसार होगी। उत्सव 12 अक्तूबर को विजया दशमी पर देवी की प्रतिमा के विसर्जन के साथ पूर्ण होगा। देवी का बोधन विधान शाम को बंगीय पद्धति के अनुसार वाराणसी दुर्गोत्सव सम्मिलनी, जिम स्पोटिंग शारदोत्सव संघ, यूथ क्लब, यंग ब्वायज क्लब, अकाल बोधन, काशी दुर्गोत्सव सम्मिलनी, प्रभात तरुण संघ, ईगल क्लब के पंडालों में होगा। बंगीय पुरोहित पूजा कराएंगे। ईगल के सचिव प्रदीप सेन के अनुसार 8 अक्तूबर की शाम 5 बजे से देवी का बोधन विधान प्रारंभ होगा। षष्ठी तिथि पर शाम 7 बजे आगमनी कार्यक्रम 'महालया' की संगीतमय प्रस्तुति होगी। जिम स्पोर्टिंग क्लब में 9 अक्तूबर को क्लब के नवनिर्मित हॉल में शास्त्रीय गायक पं. देवाशीष डे, डॉ. रागिनी सरना और उनके शिष्य मां दुर्गा को स्वरांजलि आर्पित करेंगे। भारत सेवाश्रम संघ और रामकृष्ण मिशन में बोधन महाषष्ठी तिथि पर 9 अक्तूबर को होगा। विद्यार्थी शारदोत्सव समिति द्वारा 86 वें शारदोत्सव का प्रारंभ नाना फड़नवीस के बाड़े में कलश स्थापन से होगा।
भारत सेवाश्रम संघ से कल शोभायात्रा
भारत सेवाश्रम संघ की ओर से प्रतिमा आगमन शोभायात्रा 9 अक्तूबर को दोपहर 2 बजे सिगरा स्थित संघ भवन से आरंभ होगी। विद्यालयों के बच्चे भी शामिल होंगे। खोजवां स्थित अभिजीत विश्वास के कारखाने से प्रतिमा लेकर संन्यासीगण भेलूपुर, सोनारपुरा, मदनपुरा, जंगमबाड़ी, गिरजाघर, लक्सा, गुरुबाग, रथयात्रा होते सिगरा स्थित आश्रम पहुंचेंगे। शोभायात्रा में संघ के संन्यासी शस्त्र कला का प्रदर्शन भी करेंगे।