आधी रात गाजियाबाद में दबिश: महिलाओं से बदसलूकी का आरोप, वीडियो वायरल

(रणभेरी): गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके के गदाना गांव में सोमवार देर रात पुलिस की दबिश विवादों में आ गई। आरोप है कि तीन दरोगा शराब के नशे में धुत होकर एक घर में घुसे और महिलाओं से बदसलूकी व हाथापाई की। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
वीडियो में महिलाएं चिल्लाती नजर आ रही हैं और पुलिसवालों से खींचतान कर रही हैं। एक युवती कहती दिख रही है—“रात के साढ़े 12 बजे पुलिस वाले आए हैं। घर में कोई जेंट्स नहीं हैं। पापा और बाबा बाहर सो रहे थे, चाचा बुआ के घर गए थे। पुलिस वाले अंदर घुसकर बदतमीजी करने लगे।” परिवार का आरोप है कि जब बगल के पड़ोसी शोर सुनकर पहुंचे तो पुलिसवालों ने उन्हें भी धक्के मारकर हटा दिया।
मामला कैसे शुरू हुआ?
जानकारी के मुताबिक, गदाना गांव में एक मकान का निर्माण चल रहा था। इसी दौरान क्षेत्र की महिला सभासद अपने परिचित के साथ बाइक से गुजर रही थीं। मजदूर लिंटर की बल्ली सड़क पर फेंक रहे थे, जो जाकर सभासद की बाइक में लग गई।
इससे नाराज सभासद की मकान मालिकों से बहस हो गई। उन्होंने ‘सबक सिखाने’ की धमकी दी और अपने परिचितों के जरिए थाने में केस दर्ज करवा दिया। इसी मामले में पुलिस रात को दबिश देने पहुंची।
पुलिस का पक्ष- मोदीनगर एसएचओ नरेश शर्मा ने कहा- “पुलिस मारपीट के एक मुकदमे में दबिश देने गई थी। दो आरोपियों को पकड़कर थाने लाया गया। महिलाएं इसका विरोध कर रही थीं और पुलिस से अभद्रता की। वीडियो इसी दौरान का है। जांच की जा रही है। हंगामा करने वालों पर कार्रवाई होगी।”
सवालों में पुलिस कार्रवाई- परिवार का कहना है कि आधी रात को पुलिस बिना महिला पुलिसकर्मियों के दबिश देने क्यों पहुंची? तीन-तीन दरोगा ही क्यों गए? पीड़ित महिलाओं ने इसे गंभीर सवाल बताया।
उच्चाधिकारियों का बयान- एडिशनल पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी ने कहा—“वीडियो और सभी साक्ष्य के आधार पर जांच कराई जा रही है। यह देखा जा रहा है कि किन परिस्थितियों में दबिश दी गई और क्या महिला पुलिस टीम साथ में थी या नहीं। अभी तक की जांच में यह सामने आया है कि पुलिस पहले से दर्ज एक मुकदमे में दबिश देने गई थी।”