बदहाल प्रशिक्षण केंद्र कैसे करेगा कौशल विकास
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की हकीकत
सेजल एजुकेशन के संचालक राघवेंद्र मौर्य पर प्रबंधक ने लगाया आरोप
- ना बिजली, ना पानी ना ही पावर बैकअप
- ना कर्मचारियों को वेतन, ना मकान मालिक को किराया
वाराणसी (रणभेरी)| प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कौशल विकास मिशन के तहत महेशपुर शिवपुर स्थित उत्तर प्रदेश कौशल प्रशिक्षण केंद्र अपनी ही बदहाली पर आंसू बहा रहा है। सेजल एजुकेशन के ट्रेनिंग पार्टनर की देख-रेख में विगत 5 माह से संचालित हो रहे इस केंद्र के प्रबंधक प्रवीण कुमार के मुताबिक शिवपुर व अन्य स्थानों से यहाँ लगभग 150 की संख्या में बच्चे आकर प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। कौशल प्रशिक्षण केंद्र की बदहाली के लिए प्रबंधक प्रवीण कुमार ने सीधे तौर पर ट्रेनिंग पार्टनर सेजल एजुकेशन के संचालक राघवेंद्र मौर्य पर आरोप लगाया है।
प्रवीण कुमार का आरोप है कि विगत पांच माह से संचालित हो रहे इस केंद्र पर ट्रेनर सहित तमाम अन्य सुविधाओं की बेहद कमी है। शुरुआत में में सब कुछ ठीक था परंतु कर्मचारियों को वेतन ना मिलने के कारण ट्रेनरों ने यहाँ आना बंद कर दिया है या फिर जो ट्रेनर आते भी है तो कभी-कभी ही आते हैं। बतौर प्रबंधक प्रवीण कुमार को खुद भी 5 माह से तनख्वाह नहीं मिला है। प्रवीण ने यह भी आरोप लगाया है कि धोखेबाजी से उनका केवल डीएसई इस्तमाल किया जाता है। प्रवीण के आरोपो की पुष्टि करने के लिए जब राघवेंद्र मौर्य से बात की गयी तो उसने इस संदर्भ से अपना हाथ झाड़ लिया और सारे आरोपों का जिम्मेदार मैनेजर प्रवीण कुमार को ही बता दिया।
जानकारी के मुताबिक कौशल प्रशिक्षण केंद्र जिस स्थान पर स्थित है उसका किराया भी आज तक नहीं दिया गया है इस स्थान के मालिक पवन कुमार ने भी कहा कि मुझे 5 महीना से अब तक एक बार भी प्रशिक्षण केंद्र से किराया नहीं मिला। अब अहम सवाल यह है कि जब बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए संचालित हो रहा जो प्रशिक्षण केंद्र खुद अपनी ही बदहाली पर आंसू बहा रहा है जहाँ ना तो बच्चों के लिए बिजली की सुविधा है, ना ही कोई ट्रेनिंग इक्विपमेंट है, ना ही कंप्यूटर हैं और ना ही साफ़-सफाई का इंतज़ाम !