बफीर्ली हवाओं से कांप उठी काशी, 22 और 23 को बारिश के आसार

बफीर्ली हवाओं से कांप उठी काशी, 22 और 23 को बारिश के आसार

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में गुरुवार को मौसम का रुख बदला हुआ है, गलन अपार है और कोहरे का असर भी है।मौसम विज्ञानकों का कहना है कि आने वाले 72 घंटों में मौसम का रुख बदलेगा और गलन का रुख खत्म होगा। वहीं दूसरी ओर बादलों की सक्रियता के बाद तापमान में कमी आएगी और वातावरण का रुख पूरी तरह से बदलाव की ओर हो जाएगा। 

जबकि फरवरी मध्य के बाद माह भर में बसंती हवा वातावरण में काबिज हो जाएंगी और मौसम दोबारा सामान्य हो जाएगा। बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से सात डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो तीन डिग्री कम रहा। आर्द्रता अधिकतम तापमान 97 फीसद और न्यूनतम 70 फीसद दर्ज किया गया। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में पूर्वांचल में कोहरा और बदली की स्थिति बनी हुई है। जबकि इसकी वजह से गलन का असर बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ का असर जल्द ही खत्म होने के बाद दोबारा पश्चिमी विक्षोभ का असर सप्ताह भर में होने की उम्मीद है। जबकि बादलों की सक्रियता का दौर अगले 72 घंटों में होने की उम्मीद मौसम विभाग जता रहा है। 

वही कैंट स्थित चौधरी चरण सिंह अंतरराज्यीय बस अड्डे के परिसर में ठंड से बचाव का कोई इंतजाम नहीं है। परिसर में छत तो है लेकिन चारों ओर से चहारदीवारी नहीं है। कड़ाके की इस ठंड में यहां बचाव की कोई व्यवस्था न होने की वजह से यात्री ठंड से ठिठुरने को मजबूर हैं। परिसर में यात्रियों के लिए कहीं भी प्रतीक्षा हॉल नहीं है। प्लेटफार्म पर मौजूद कुर्सियां भी बैठने के लिए नाकाफी है, इस वजह से ज्यादात्तर यात्री जमीन पर बैठने को मजबूर हो जाते हैं। बुधवार को रोडवेज परिसर में ऐसा ही दृश्य देखने को मिला।