वाराणसी में भी लंपी वायरस की आहट, अब तक प्रदेश के 26 जिलों में दे चुका है दस्तक
- शाम को गायें हो रहीं बीमार, सुबह निकल रहे शरीर में बड़े-बड़े दाने
- लंपी स्किन डिजीज गाय, भैंस, भेड़ और बकरी में बेहद तेजी से फैल जाती है
- इंसानों को लंपी वायरस का खतरा नहीं होता, लेकिन सावधानी बरतनी चाहिए
- वरुणा तटीय इलाके के गांवों में गायों में देखने को मिल रहे हैं लंपी वायरस जैसे लक्षण
वाराणसी (रणभेरी): कई राज्यों में लंपी वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है।अब तक प्रदेश के 26 जिलों में लंपी वायरस दस्तक दे चुका है। पशुओं की गंभीर बीमारी का रूप ले चुकी लंपी वायरस की आहट अब वाराणसी में भी देखने को मिल रही है। हरहुआ और अराजीलाइन विकास खंड के वरुणा तटीय इलाके के गांवों में गायों में लंपी वायरस जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं। कुछ पशुपालक इसे दैवीय प्रकोप मान कर पूजा पाठ कर रहे हैं तो कुछ लोग गायों का इलाज करवा रहे हैं। हालांकि पशु चिकित्सकों का कहना है कि इस तरह की बीमारी को हम लंपी वायरस से ग्रसित नहीं कह सकते, पशुपालकों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
पशुपालकों ने बताया कि पहले दिन गाय को बुखार आया और उसकी आंखों से पानी टपकने लगा। दूसरे दिन शरीर पर दाने निकलने लगे जो देखते ही देखते बड़े हो गए। कई गायों के पैर में भी समस्या है, जिससे गायें चल नहीं पा रही हैं। ऐसे में पशुपालकों का कहना है कि ये लंपी वायरस के लक्षण हैं। बृहस्पतिवार को हरहुआ ब्लाक के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. आशीष वर्मा अपनी टीम के साथ गांव में पहुंचे और पशुपालकों को जागरूक करने के साथ ही आइवरमैक्टिन व अन्य दवाओं का वितरण किए। हरहुआ ब्लाक के कोईराजपुर, दासेपुर, हरहुआ, पश्चिमपुर, चमाव, भगतुपुर, अनौरा, औसानपुर, करोमा तथा अराजीलाइन ब्लाक के लोहरापुर सहित अन्य गांवों में यह बीमारी फैल चुकी है।