वाराणसी में फिल्मों में हिरोइन बनाने का झांसा देकर आर्केस्ट्रा में बेचने की थी तैयारी, महिला समेत तीन गिरफ्तार

वाराणसी में फिल्मों में हिरोइन बनाने का झांसा देकर आर्केस्ट्रा में बेचने की थी तैयारी, महिला समेत तीन गिरफ्तार

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में रोहनिया थाना पुलिस ने मंगलवार को मानव तस्करी के मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। जो नाबालिग लड़कियों को हिरोइन बनाने का सपना दिखाकर उनका शोषण कर रहे थे। इस संबंध में दंपती समेत तीन आरोपितों को मंगलवार की देर रात मिल्कीचक के पास से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अपहृत दो किशोरियों को मुक्त कराया गया। दोनों को हीरोइन बनाने का सपना दिखा कर आर्केस्ट्रा संचालकों के हाथ सौदा करने की तैयारी थी।आश्चर्य की बात यह कि लड़कियां इन युवकों के कब्जे में थी। उनका कहना है कि इसकी जानकारी उनके परिजनों को नही थी। डीसीपी वरूणा जोन के मुताबिक पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर रोहनिया के परमानंदपुर के चंदन सोनकर, शिवपुर के राजू सोनकर और महिला राधा सोनकर को मिल्कीचक मोड़ से गिरफ्तार किया। दरअसल रोहनिया क्षेत्र से दो नाबालिग लड़कियां गायब थी। परिजनों ने इसकी सूचना थाने में दी थी। पुलिस की जांच में पता चला कि नाबालिग लड़कियों को हिरोइन बनाने का झांसा देकर उन्हें आर्केस्ट्रा में डांस कराने और शोषण करनेवाला गिरोह सक्रिय है। इस गिरोह के तार वाराणसी और मिर्जापुर से जुड़े हैं। पुलिस को गिरोह से जुड़े चंदन, राजू और राधा के नाम की जानकारी मिली। मंगलवार को मुखबिर ने बताया कि तीनों मिल्कीचक मोड़ पर खड़े होकर मिर्जापुर जाने के लिए वाहन का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद पुलिस टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के पूछताछ में तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके साथ ही पुलिस ने इन तीनों के कब्जे से अपहृत दो नाबालिग किशोरियों को बरामद कर लिया।

किशोरियों को उनके परिवार के हवाले किया गया। बताया जाता है कि तीनों अपहर्ता दोनों किशोरियों को 19 अप्रैल से अपने पास रखे हुए थे। उधर, बरामद किशोरियों के परिवारवालों का कहना था कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नही थी। पूछताछ में महिला समेत तीन अपहर्ताओं ने पुलिस को बताया कि वह दोनों लड़कियों को आर्केस्ट्रा में डांस के काम में इस्तेमाल करनेवाले थे। इसके लिए वह आर्केस्ट्रा संचालकों से बात कर रहे थे लेकिन अभी तक किसी से बात पक्की नही हो सकी थी। यह गिरोह हिंदी और भोजपुरी फिल्मों में किशोरियों को हिरोइन बनाने का सपना दिखाकर उन्हें झांसे में लेता है। इसके लिए बाकायदा इन्होंने कैमरे आदि भी रखे हैं। इसके अलावा यू ट्यूब समेत सोशल मीडिया पर रील बनाकर फेमस करने का प्रलोभन देते है। इसके बहाने उनसे तरह-तरह से एक्टिंग भी कराते हैं। इसी गिरोह में कोई डायरेक्टर बन जाता है तो कोई कोरियोग्राफर। जबकि इन्हें आता जाता कुछ नही है।