रोजगार मेले में सीएम योगी ने हजारों युवाओं को दिया नियुक्ति पत्र, बोले- धैर्य मत खोएं, अवसरों की कोई कमी नहीं
वाराणसी (रणभेरी): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को रोजगार के साथ ही विकास परियोजनाओं की दोहरी सौगात दी। उनकी उपस्थिति में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) में लगने वाले वृहद रोजगार मेले में 10 हजार युवाओं को नौकरी दी जा रही है। मुख्यमंत्री के हाथों नियुक्ति पत्र पाकर युवाओं के चेहरे खिल गए।
उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन, क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय एवं राजकीय आईटीआई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्किल मैपिंग के दौरान यह पता लगाया जाएगा कि कितने परिवार में सदस्य नौकरी से जुड़े हैं या सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर रोजगार कर रहे हैं। इसमें जो भी वंचित मिलेंगे,, उनका डाटा तैयार किया जाएगा। एक बार डाटा आते ही बचे परिवारों को विशेष कार्यक्रम से जोड़कर कम से कम उनके एक सदस्य को नौकरी व रोजगार मुहैया कराया जाएगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में देश की बागडोर संभालने के बाद युवाओं, उद्यमियों, हस्तशिल्पियों व कारीगरों के ऊर्जा व हुनर को पहचान देने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए। स्किल इंडिया, स्टार्टअप, स्टैंडअप, मेक इन इंडिया, मुद्रा आदि योजनाओं के क्रियान्वयन से युवाओं को पहली बार लगा कि सरकार उनके बारे में भी सोचती है। वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के साथ ही डबल इंजन की सरकार ने केंद्र व राज्य की रोजगारपरक योजनाओं को तेजी से बढ़ाया है।
सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने बीते 5 साल में 5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। 1.61 करोड़ युवाओं को एमएसएमई व उद्यमों में रोजगार से जोड़ा गया है। 60 लाख हस्तशिल्पियों व कारीगरों को स्वतः रोजगार के लिए बैंकों से अनुदानित लोन उपलब्ध कराया गया है। इन सबका परिणाम पूरे देश के सामने है। वर्ष 2015-16 में यूपी में बेरोजगारी दर 18 फीसद से अधिक थी। कोरोनाकाल की चुनौती के बावजूद जबकि 40 लाख प्रवासी कामगार व श्रमिक यूपी लौटे, बेरोजगारी दर करीब 16 फीसद घटकर अब महज 2.7 फीसद पर है। इस उपलब्धि में सरकार के प्रयासों के साथ युवाओं, उद्यमियों व कारीगरों की ऊर्जा व हुनर का महत्वपूर्ण योगदान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने की है। इस लक्ष्य में अपना योगदान देने के लिए उत्तर प्रदेश ने अपनी अर्थव्यवस्था 1 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाना तय किया है। इस दिशा में उद्यमियों, कारीगरों, युवाओं के बल पर हमने तेजी से कदम भी बढ़ा दिए हैं। सीएम योगी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार हरे क्षेत्र में तेजी से कार्य करते हुए सभी लोगों को आर्थिक स्वावलंबन का रास्ता दिखा रही है। केंद्र की अनेक योजनाओं के साथ ही राज्य में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जिला एक उत्पाद योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से जुड़कर युवा, कारीगर व शिल्पी स्वावलंबन के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं।
वृहद रोजगार मेले में सीएम योगी ने विभिन्न बड़ी कंपनियों में अलग-अलग पदों पर नियुक्त हुए युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न योजनाओं से स्वरोजगार के लिए युवा उद्यमियों को 1.37 करोड़ रुपये का ऋण भी वितरित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र पाने वालों तथा स्वरोजगार के लिए ऋण प्राप्त करने वालों की जमकर हौसला अफजाई भी की।