पति-पत्नी की संदिग्ध हालात में मौत
भोपाल । टीला जमालपुरा में रहने वाले पति-पत्नी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। दोनों को परिजन हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना गुरुवार रात की है। परिजनों ने पुलिस को दिए बयान में दोनों के द्वारा फांसी लगाकर सुसाइड की बात कही है। टीआई सरिता बर्मन ने बताया कि 29 वर्षीय अजय टीलाजमालपुरा क्षेत्र की हरिजन बस्ती में पत्नी दामिनी के साथ रहता था। दोनों के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। अजय और दामिनी ने लव मैरिज की थी। पुलिस ने बताया कि गुरुवार शाम को अजय और दामिनी को परिजन बेहोशी की हालत में लेकर हमीदिया अस्पताल पहुंचे थे।
यहां डॉक्टर्स ने मेडिकल जांच के बाद दोनों के मृत घोषित कर दिया। साथ ही पुलिस को संदिग्ध परिस्थितियों में टीला जमालपुरा क्षेत्र में रहने वाली दंपति की मौत की सूचना रात 7.50 बजे दी। पुलिस ने अस्पताल के डॉक्टर की सूचना पर दर्ज कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मॉचुर्री में रखवा दिया है।
हमीदिया अस्पताल से अजय और दामिनी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सूचना पर दर्ज मर्ग की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है। पुलिस को परिजनों ने शुरूआती पूछताछ में अजय और दामिनी की मौत फांसी लगाने से होना बताया है। पुलिस , दोनों के शवों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद अजय और दामिनी के परिजनों से डिटेल बयान लेगी।
पुलिस ने बताया कि अजय हम्माली करता था। अजय और दामिनी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया है। लेकिन, घटनास्थल से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस के मुताबिक शुरूआती जांच में अजय और दामिनी के बीच आए दिन विवाद होने की जानकारी भी मिली है। पुलिस इस संबंध में परिजनों से भी पूछताछ करेगी।
- भाई बोला- देवरानी ने दी मौत की सूचना
मृतका के भाई राहुल बंसल ने बताया कि मौत की सूचना दामिनी की देवरानी ने कॉल पर दी थी। हमें उसका शव अस्पताल में मिला। मौत फांसी लगाने के कारण बताई जा रही है। हालांकि बहन ने कभी किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया। राखी पर बहन आई थी, उसने किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया।
इससे पहले भी उसने कभी कोई परेशानी नहीं बताई। पति के साथ खुश रहती थी। उसका चार साल का बेटा और चार महीने की एक बेटी है। पति-पत्नी खुशहाल जीवन बिता रहे थे। हमें कभी नहीं बताया गया कि दोनों के बीच आए दिन विवाद होते थे। सच का खुलासा होना चाहिए, मामले की बारीकी से जांच की जानी चाहिए।