उदयपुर में तालिबानी क्रूरता के बाद काशी में हाई अलर्ट
मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में पुलिस ने बढ़ाई गश्त, की फुट पेट्रोलिंग, सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर
वाराणसी (रणभेरी): राजस्थान के उदयपुर में तालिबानी तरीके से दर्जी की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश में पुलिस और प्रशासनिक महकमा हाई अलर्ट मोड पर है। इसी क्रम में बुधवार की सुबह से ही वाराणसी में भी पुलिस सड़कों और गलियों में पैदल गश्त करते नजर आई। मिश्रित आबादी वाले संवेदनशील इलाकों में विशेष सतर्कता बरतती जा रही है। लाउड हेलर से लोगों को शांतिपूर्वक रहने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की जा रही है। इसके साथ ही पुलिस महकमे के अफसरों ने लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) को माहौल पर अतिरिक्त सतर्कता के साथ नजर रखने के लिए कहा है।
सारनाथ क्षेत्र में पैदल गश्त के दौरान थाना प्रभारी अर्जुन सिंह बच्चों से बात करते हुए।
डिजिटल वॉलंटियर्स की ली जा रही मदद
सोशल मीडिया पर कोई अफवाह न फैलाने पाए या भ्रामक संदेश न प्रसारित होने पाए, इसके लिए वाराणसी कमिश्नरेट और ग्रामीण पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है। सोशल मीडिया की निगरानी के लिए पुलिस कमिश्नर और एसपी ग्रामीण कार्यालय के साथ ही प्रत्येक थाना स्तर से भी निगरानी की जा रही है। प्रत्येक थाना स्तर पर बनाए गए डिजिटल वॉलंटियर्स की टीम को कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र के वाट्सऐप ग्रुप पर नजर रखें। कहीं कुछ भी आपत्तिजनक दिखे तो तत्काल अपने थाने के थानाध्यक्ष को सूचित करें।
बरती जा रही है विशेष सतर्कता
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि हम शहर के संभ्रांत और प्रबुद्ध लोगों के नियमित संपर्क में हैं। हमारे डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी, थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज लगातार पैदल गश्त कर लोगों से सहयोग करने की अपील कर रहे हैं। माहौल को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। जो कोई भी शांति और कानून व्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश करेगा पुलिस उसके साथ सख्ती से पेश आएगी। आमजन से हमारी अपील है कि वह किसी अफवाह पर ध्यान न दें। अपना कामकाज शांतिपूर्ण तरीके से करें और पुलिस का सहयोग करें।
उदयपुर के दोषियों को मिले सख्त सजा- मुफ़्ती-ए-बनारस
उदयपुर में जो घटना हुई वो बेहद शर्मनाक है। उसकी जितनी भी निंन्दा की जाए वो कम है। इस घटना को किसी भी सूरत से सही नहीं करार दिया जा सकता है क्योंकि इस तरह की हरकत देश के कानू के खिलाफ है और जो देश के कानून के खिलाफ वो इस्लाम के कानून के खिलाफ है। उक्त बातें मुफ़्ती-ए-बनारस अब्दुल बातिन नोमानी ने उदयपुर में हुई घटना को लेकर अपना विरोध जताते हुए अपना एक वक्तव्य जारी करते हुए कहीं।मुफ़्ती-ए-बनारस अब्दुल बातिन नोमानी ने कहा कि राजस्थान के उयदयपुर में पैगम्बर-ए-इस्लाम हज़रत मोहम्मद (स.अ.) की गुस्ताखी करने वाले एक मशहूर महिला की हिमायत करने वाले शख्स की जिन दो युवाओं ने ह्त्या की वह बेहद ही निंदनीय है। हम इस घटना की घोर निंन्दा करते हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना मुल्क और इस्लामिक कानून के एतबार से ठीक नहीं है। वहीं उन्होंने आम जनता और बनारस के शहरवासियों से अपील की है कि अमन व शान्ति बनाये रखें। अपने जज़्बात को काबू में रखे और जज़्बात में खुद को बेकाबू करने होश खोने का काम कत्तई न करें।