रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल से चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं

रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल से चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं

वाराणसी (रणभेरी सं.)। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी के मामले में न्याय न मिलने से परेशान जूनियर डॉक्टरों के भूख हड़ताल के समर्थन में आईएमएस बीएचयू के रेजिडेंट आज भी हड़ताल पर रहेंगे। यह स्ट्राइक जूनियर डॉक्टरों की मांग को लेकर की जा रही है। दरअसल, कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ रेप-हत्या मामले के बाद बीएचयू में हड़ताल की गई थी। बीएचयू प्रशासन ने अब तक रखी गई मांगों को पूरा नहीं किया है। इसके बाद आईएमएस बीएचयू के रेजिडेंट आॅफिस के बाहर बैरन पोस्टर लेकर पहुंचे। यहां सभी ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए हड़ताल का ऐलान किया।

मंगलवार से शुरू हड़ताल का असर अस्पताल की ओपीडी के साथ ही जांच की सेवाओं और आॅपरेशन में भी देखने को मिला। आमतौर पर जहां बीएचयू अस्पताल की ओपीडी में 6 से 7 हजार मरीज वाराणसी समेत आसपास के जिलों व बिहार से आते हैं, वहीं रेजिडेंट के हड़ताल की वजह से बुधवार को केवल 5000 मरीज ही दिखाने आए। आपरेशन और जांच के लिए भी परेशानी का सामना करना पड़ा। वही, मंगलवार को बीएचयू ओपीडी में केवल 4919 मरीज ही देखे गए, जबकि केवल 49 मरीजों के ही आॅपरेशन हो सके। लिहाजा ओपीडी में केवल कंसल्टेंट ही बैठे। इस वजह से मरीजों की भीड़ ओपीडी के अंदर से बाहर तक लगी रही। बुधवार यानि आज भी हड़ताल जारी रहेगी। रेजिडेंट की हड़ताल का असर आपरेशन थियेटर से लेकर जांच काउंटर तक देखने को मिलेगा।