Ganga dussehra 2023: काशी में गंगा दशहरा पर भक्तों को लगाई पुण्य की डुबकी, दूर-दूर से आ रहे हैं लोग
वाराणसी (रणभेरी): ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि यानी आज गंगा दशहरा का पर्व है। काशी में मंगलवार को गंगा दशहरा का पावन पर्व मनाया जा रहा है। कहा माना है कि आज के दिन मां गंगा में पावन डुबकी लगाने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। आज के दिन दान पुण्य करने का विशेष महत्व माना जाता है। मंगलवार सुबह से ही वाराणसी के गंगा घाटों पर लोगों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। मां गंगा में डुबकी लगाने के बाद लोग दान-पुण्य करते नजर आए। वहीं गंगा पूजन की समितियों की ओर से मां गंगा की आरती के लिए तैयारियां चल रही हैं। मान्यता है कि भगीरथ के तप के बाद कभी इसी तिथि पर गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। ज्योतिषाचार्य पं. विमल जैन ने बताया कि ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 29 मई को सुबह 11:50 बजे लगेगी और 30 मई को दोपहर 1:09 बजे तक रहेगी
। इस बार दशमी तिथि 30 मई को पूर्वाह्न व्यापिनी है। इसमें छह योग बन रहे हैं। दशमी तिथि, हस्त नक्षत्र गरण करण और कन्या राशि का चंद्रमा मिल रहा है। मान्यता है कि गंगा दशहरा के अवसर पर जो लोग गंगा में स्नान ध्यान करके दान पुण्य करते हैं, उनको पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है।मंगलवार को काशीपुराधिपति की नगरी काशी में श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा में आस्था की डुबकी लगा कर दान पुण्य किया। गंगा स्नान के लिए श्रद्धालु तड़के से ही गंगा तट पर पहुंचने लगे। स्नान ध्यान का सिलसिला भोर से ही चलता रहा। शहर के प्राचीन दशाश्वमेध घाट, शीतला घाट, अहिल्याबाई घाट, पंचगंगा घाट, अस्सी घाट, केदार घाट, खिड़किया घाट, भैंसासुर घाट पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही।