फर्जीवाड़ा : ज्वाइनिंग से रोकी गईं आंगनबाड़ी कार्यकत्री

फर्जीवाड़ा : ज्वाइनिंग से रोकी गईं आंगनबाड़ी कार्यकत्री

वाराणसी (रणभेरी सं.)। गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं का हक मारने वाली नवनियुक्त 08 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की ज्वाइनिंग रोक दी गई है। इनके खिलाफ जांच बैठा दी गई है। नौकरी हथियाने के लिए इन महिलाओं ने जो दस्तावेज संलग्न किए थे, उनकी जांच शुरू कर दी गई है। जिनके खिलाफ जांच शुरू हुई उनमें 07 सदर तहसील और एक प्रकरण पिंडरा तहसील से जुड़े हैं। दोनों तहसील को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के आय और निवास से संबंधित प्रमाण पत्रों की जांच शुरू हो गई है। इनके स्थलीय सत्यापन भी कराए जाएंगे। जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि नियुक्ति के बाद 08 आंगनबाड़ी कार्यकत्री को लेकर शिकायतें आई थीं कि इन्होंने तहसील की मिलीभगत से फर्जी प्रमाण पत्र के बल पर नौकरी पाई है। 

05 निवास से जुड़े हैं और तीन आय से संबंधित प्रमाण पत्र को चैलेंज किया गया है। सभी के दस्तावेजों की जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा। वाराणसी में आंगनबाड़ी कार्यकत्री के लिए रिक्त 199 पदों के सापेक्ष 10 हजार 689 आवेदन पत्र आए थे। 194 पदों पर भर्ती की गई थी। चयन में प्रथम वरीयता बीपीएल कार्डधारकों को दी जाती है। शहरी क्षेत्र में बीपीएल कार्डधारक की वार्षिक आय 56 हजार रुपए तो ग्रामीण क्षेत्र में 46 हजार रुपए मानक रखा गया था।

डिप्टी सीएम ने बांटा था नियुक्ति पत्र

वाराणसी में बीते 26 मार्च को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने नवनियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रमाण पत्र बांटे थे। इस बीच 08 महिलाओं को लेकर आईजीआरएस और दफ्तर में शिकायतें आईं। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जांच बैठाई गई है।

तहसील कर्मियों की मिलीभगत

फर्जी प्रमाणपत्र के मामले में तहसील से जुड़े कर्मचारियों को भूमिका संदिग्ध है। पड़ोसी जनपद में भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भर्ती के बाद फर्जी दस्तावेज के आरोप लगे थे जिसपर जांच के बाद 10 लेखपाल अब तक सस्पेंड किए जा चुके है। अब वाराणसी में नौकरी के लिए फर्जी आय जाती के प्रमाण पत्र जारी करने का खुलासा होने के बाद स्थानीय तहसीलों में हड़कंप मचा है। अभी से एक दूसरे पर दोषारोपण का खेल शुरू हो चुका है।

वाराणसी में 3914 आंगनबाड़ी केंद्र

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि वाराणसी में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र मिलाकर 3914 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। वर्तमान में जनपद में 3869 आंगनबाई कार्यकत्री तैनात हैं।