प्रयागराज जाने के लिए अब 27 रुपये ज्यादा लगेंगे, बसों का संचालन फाफामऊ से करने की तैयारी
वाराणसी (रणभेरी सं.)। सावन माह को लेकर संबंधित विभागों में तैयारियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में भक्तों के यातायात को लेकर भी खास ध्यान रखा जा रहा है। इस बार भक्तों को प्रयागराज और वाराणसी अप-डाउन करने के लिए कुछ रुपये अधिक खर्च करने होंगे। जीटी रोड की एक लेन सावन भर कांवड़ियों के लिए आरक्षित रहेगी। सावन भर वाराणसी से प्रयागराज के बीच हाइवे की एक लेन कांवड़ियों के लिए रिजर्व होने से बसें प्रयागराज में थरवई के रास्ते चलेंगी। इस वजह से प्रयागराज से वाराणसी की दूरी 18 किमी बढ़ जाएगी। इससे प्रयागराज से वाराणसी जाने वाले यात्रियों को 27 रुपये और प्रयागराज से गोरखपुर जाने के लिए यात्रियों को 15 रुपये अतिरिक्त देने पड़ेंगे। इस बार सावन सोमवार 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। प्रयागराज से रोजाना काफी संख्या में कांवड़िये जल भरकर वाराणसी के लिए पैदल प्रस्थान करेंगे। इसकी वजह से जीटी रोड की एक लेन सावनभर कांवड़ियों के लिए आरक्षित रहेगी। यात्रा शुरू होने के साथ ही यूपी रोडवेज की प्रयागराज से वाराणसी और गोरखपुर जाने वाली बसों का रूट बदला जा रहा है। प्रयागराज से वाराणसी और गोरखपुर रूट पर चलने वाली बसें बदले हुए मार्ग से चलेंगी। इन दोनों रूटों पर रोडवेज बसों का किराया और दूरी बढ़ जाएगी।
वाराणसी जाने वाली बसें सिविल लाइंस से फाफामऊ, थरवई, सहसों हाईवे से जीटी रोड कछवा के रास्ते जाएंगी। वहीं, गोरखपुर रूट की बसें फाफामऊ से बादशाहपुर होते हुए गोरखपुर जाएगी। इस वजह से वाराणसी रूट की दूरी 18 किमी बढ़ जाएगी और यात्रियों को 27 रुपये अतिरिक्त किराया चुकाना होगा। गोरखपुर रूट की नौ किमी दूरी बढ़ जाएगी। करीब 15 रुपये यात्रियों को अतिरिक्त चुकाने होंगे।
जौनपुर की भी दूरी नौ किमी बढ़ने से वहां का किराया 15 रुपये बढ़ जाएगा। यूपी रोडवेज प्रयागराज रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी का कहना है कि अभी रूट डायवर्जन का पत्र नहीं आया है। जैसे ही पत्र आएगा, उसके अनुसार बसों का संचालन होगा और किलोमीटर के हिसाब से किराया बसों का बढ़ेगा।