जनपद में सामान्य होने की ओर बाढ़ की स्थिति

तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे की गति से कम हो रहा गंगा का जलस्तर, बाढ़ से 6100 परिवार हुए प्रभावित
शिविर में 616 व्यक्तियों का उपचार 3492 पैकेट ओआरएस, 48808 क्लोरीन टैबलेट, 166 वाटर केन, 582 डिग्निटी किट भी बांटी गयी
वाराणसी (रणभेरी): जिले में बाढ़ की स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार पानी प्रति घंटे तीन सेंटीमीटर की रफ्तार से लगातार पीछे हट रहा और रविवार को रात आठ बजे जलस्तर 68.82 मीटर दर्ज किया गया है। पीछे खिसकता पानी घाट की सीढ़ियों पर मिट्टी और गाद छोड़ रहा है जिसे साफ करने का कार्य लगातार चल रहा है। वहीं, जिला प्रशासन राहत शिविरों में रह रहे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के लिए प्रभावी तरीके से राहत सुविधाएं मुहैया करवा रहा है। चिकित्सा व्यवस्था का भी प्रॉपर व्यवस्था शिविरों तथा प्रभावित क्षेत्रों में किया गया है।
बाढ़ से जनपद के लगभग 6100 परिवार प्रभावित हुए हैं। इनमें 1006 परिवारों ने बाढ़ राहत शिविर में, जबकि 824 परिवार अन्य सुरक्षित स्थान पर एवं लगभग 4270 ऐसे परिवार हैं जिनकी आजीविका बाढ़ के कारण प्रभावित हुई है। इसके अतिरिक्त जनपद में लगभग 8352 कृषकों की 2208 हेक्टेयर फसल क्षति हुई है। फसल क्षति का प्लॉट-टू-प्लॉट सर्वे जारी है। समस्त प्रभावित कृषकों को कृषि निवेश अनुदान के अंतर्गत सहायता प्रदान करने की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है, यथाशीघ्र समस्त प्रभावित कृषकों को अनुदान उपलब्ध करा दिया जाएगा। जनपद में तहसील सदर में 37, पिंडरा में तीन एवं तहसील राजातालाब में छह सहित कुल 46 बाढ़ राहत शिविर चिह्नित किए गए थे।
नगर क्षेत्र में कुल 25 एवं ग्रामीण क्षेत्र में कुल 21 बाढ़ राहत शिविर चिह्नित रहे। बाढ़ के दौरान कुल 24 राहत शिविर को क्रियाशील किया गया था जिसमें से 21 नगर क्षेत्र में एवं तीन ग्रामीण क्षेत्र में पूरी क्षमता से संचालित हैं। जनपद में बाढ़ के दौरान कुल 1006 परिवार के 4701 व्यक्तियों ने निवास किया है। इन्हें कम्युनिटी किचेन के माध्यम से निर्धारित मेन्यू के अनुसार प्रातः चाय, नाश्ता, दोपहर एवं रात्रि में गर्म एवं ताजा भोजन दिया जा रहा है। बच्चों एवं वृद्धों को दूध एवं फल दिया जा रहा है। भोजन की गुणवत्ता की जांचने के लिए पकाये जा रहे भोजन की भी सैम्पलिंग कराने के बाद ही परोसा जा रहा है।
बाढ़ राहत शिविरों में निवास कर रहे बच्चों में जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ अधिकारी द्वारा चॉकलेट व बिस्किट का भी वितरण किया गया। बच्चों के खेलने व पढ़ने की भी व्यवस्था बाढ़ राहत शिविर में की गयी है। बाढ़ राहत शिविर में निवास कर रही महिलाओं व किशोरियोंकी व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें सैनेटरी नैपकिन का भी वितरण महिलाअधिकारियों द्वारा किया गया। वहीं, उडी मैपिंग के माध्यम से जनपद में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पल-पल की निगरानी की गयी। आम जनमानस की समस्या के निराकरण के लिए बाढ़ कंट्रोल रूम सातों दिन एवं 24 घंटे क्रियाशील हैं। बाढ़ राहत के दौरान अब तक 6012 बाढ़ राहत किट, 7004 कुंतल भूसा, 114322 लंच पैकेट, 17406 केला, 10272 पैकेट दूध, शिविर में 616 व्यक्तियों का उपचार, 3492 पैकेट ओआरएस, 48808 क्लोरिन टैबलेट, 166 वाटर केन, 582 डिग्निटी किट वितरण के अलावा 199 नाव एवं मोटर बोट बचाव कार्य में लगाए गए थे।