BHU में भारत-पाकिस्तान मैच के बाद दो हॉस्टलों के बीच चले पत्थर-डंडे, चार छात्र ट्रॉमा सेंटर में भर्ती
वाराणसी (रणभेरी): एशिया कप में भारत की हार के ठीक बाद काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आधी रात जमकर बवाल हुआ। रविवार को भारत और पाकिस्तान की भिड़ंत के बाद देर रात छात्रों के दो गुटों में मामूली कहासुनी पहले विवाद और फिर संघर्ष में बदल गई। देर रात तक दोनों ओर के सैकड़ों छात्र आमने-सामने आ गए। एक-दूसरे के खिलाफ लाठी-डंडा, से लेकर लांत-घूंसे तक चलाए। आरोप है कि इस दौरान दोनों तरफ से पत्थर भी चलाए गए। इसमें चार छात्र घायल भी हुए। इन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवा दिया गया है। जहां चारों का इलाज चल रहा है। बिट्टू बाबू, हर्षित चौधरी, अरुण प्रताप यादव और चंदन मेहता को काफी गंभीर चोटें आईं हैं।
मारपीट की सूचना के बाद कई थानों की पुलिस पहुंची और मोर्चा संभाला। रात करीब 12 बजे शुरू हुआ हंगामा सोमवार अलसुबह शांत हुआ। इस दौरान पूरी रात कैंपस में गश्त करती रही। वहीं, पुलिस को देखकर बिड़ला सी के छात्र वापस हॉस्टल लौट गए, तो वहीं LBS हॉस्टल के छात्र बिड़ला चौराहे पर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान छात्रों ने जमकर विश्वविद्यालय और बिड़ला छात्रों के खिलाफ नारे लगाए।
सोमवार सुबह से परिसर में तनावपूर्ण शांति है। जगह-जगह फोर्स तैनात है। खासकर बिड़ला और एलबीएस हॉस्टल के पास पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। इधर, इस मामले को लेकर बीएचयू परिसर में सुरक्षा व्यवस्था फिर सवालों के घेरे में है। देर रात बिड़ला हॉस्टल और एलबीएस हॉस्टल के छात्रों के बीच मारपीट क्यों हुई, इसका कारण साफ नहीं है। घटना के समय मौजूद लोगों में कोई बर्थडे पार्टी को लेकर मारपीट होने की बात कह रहा था तो कुछ लोग भारत पाकिस्तान मैच के दौरान आपसी नोंकझोंक को वजह बता रहे थे। जिस समय यह घटना हुई, उस समय वहां छात्रावास से जुड़े अधिकारी भी मौजूद नहीं थे।करीब 12 बजे बिड़ला हॉस्टल के पास यह घटना हुई। पहले आपस में किसी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई। बाद में विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों तरफ से मारपीट हो गई। इसमें पांच से अधिक छात्र घायल हो गए। सूचना पाकर मौके पर एसीपी भेलूपुर समेत तीन थानों की फोर्स भी विश्वविद्यालय पहुंच गई।
चीफ प्रॉक्टर प्रो. अभिमन्यु सिंह भी घटना स्थल पर पहुंचे और छात्रों को मनाने का प्रयास किया लेकिन छात्र बिना कार्रवाई के निर्णय के हटने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि परिसर में बाहरी छात्रों ने आकर मारपीट की। उधर एसीपी भेलूपुर भी धरनारत छात्रों को मनाने में जुटे रहे। छात्रों का एक गुट सड़क पर धरना शुरू कर दिया तो वहीं दूसरा गुट चीफ प्रॉक्टर के ऑफिस पहुंचा। सभी प्रदर्शन और बीएचयू प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
दोनों गुट की मांग थी कि हमलावार छात्रों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। पुलिस उन्हें समझाने की कोशिश में लगी रही लेकिन छात्र किसी की बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे। इसके बाद पुलिस फोर्स ने अपनी पूरी ताकत के साथ छात्रों को घटनास्थल से हॉस्टल के अंदर की ओर खदेड़ दिया। उसके बावजूद छात्र बार-बार बाहर निकलकर बवाल करते रहे।पुलिस ने छात्रों को लाठी फटकार कर भगाया और हॉस्टल के अंदर किया। तब जाकर माहौल शांत हुआ।