माता अन्नपूर्णा के दर पर उमड़ा आस्था का सैलाब
- स्वर्णमयी प्रतिमा का दर्शन शुरू, मां का खजाना पाकर भक्त हो रहे निहाल
- चार दिन तक खुले रहेंगे मंदिर के कपाट, चारों दिन स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का दर्शन सुबह चार बजे से रात 11 बजे तक होगा
वाराणसी (रणभेरी): धनतेरस पर्व से शुरू होने वाले चार दिवसीय स्वर्णमयी अन्नपूर्णा का दर्शन मंगलवार से शुरु हो गया। सोमवार की शाम से कतारबद्ध हुए भक्तों को जब भगवती ने दर्शन दिया। तो भक्त निहाल हो गए। भोर में माता के स्वर्णमयी प्रतिमा और खजाने का विधि-विधान से पूजन किया गया। महंत शंकरपुरी ने माता की महाआरती की और भक्तों के दर्शन हेतु कपाट खोल दिया गया।
भक्तों की भीड़ को देखते हुए पुलिस सुरक्षा जांचने पुलिस कमिश्नर ए.सतीश गणेश भी सड़क पर उतरे और तैयारियों का निरीक्षण किया। सीपी ने कहा कि किसी भी स्थिति में भक्तों को कोई असुविधा न हो। भक्त कतारबद्ध होकर माता के दरबार पहुंच रहे है खजाना प्राप्त करने के साथ ही दर्शन करके देवी धन-धान्य की कामना कर रहे। सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए है।
सुरक्षा की दृष्टी से मन्दिर परिसर में दो दर्जन सीसी टीवी कैमरे लगाए गए हैं। वालेंटियर के साथ ही मेडिकल की व्यवस्था भी की गई है। स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का छोटी दीपावली से अन्नकूट पर्व तक के दर्शन भोर में 4 बजे से रात्रि 11 बजे तक होगा। वीआईपी समय शाम 5 से 7 रहेगा। वृद्ध और दिव्यांगों के लिए दर्शन की सुगम व्यवस्था रहेगी। प्रबंधक काशी मिश्रा ने बताया कि भक्त बांसफाटक, कोतवालपुरा होते ढूंढीराज गणेश गेट न.1 से मंदिर में प्रवेश करे रहे अस्थाई सीढ़ी से प्रथम तल पर विराजमान स्वर्णमयी प्रतिमा का दर्शन करे रहे। गर्भगृह के गेट पर ही माता का खजाना और लावा वितरण किया जा रहा। भक्त पीछे के रास्ते से राम मंदिर परिसर होते कालिका गली से निकास दिया जा रहा दर्शन के दौरान कोविड-19 के बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करवाते हुए भक्तों को दरबार में प्रवेश दिया जा रहा।