अस्सी घाट पर 35 मकानों में आई दरारें, अंदर बिछी पाइप लाइन में बनी लीकेज की वजह, ग्रामीणों ने किया धरना प्रदर्शन
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में अस्सी घाट के पास गंगा किनारे गंगोत्री विहार काॅलाेनी में खंडहर बन चुके है। गंगोत्री विहार कॉलोनी के करीब 35 घरों की दीवारें, छत, दरवाजे और फर्श अचानक से टूट रहे हैं। कई घरों के दरवाजे पूरी तरह से अलग हो चुके हैं। वहीं, कई घर तो बीचो-बीच से ऐसे फटे हैं कि 2 भाग में बंट चुके हैं। छत भी अजीब ढंग से गिर गए हैं। ऐसा लगा रहा कि इस एरिया में कोई भूकंप आया हो।
अस्सी घाट स्थित गंगोत्री विहार काॅलाेनी में खंडहर बन चुके मकानों के लोग धरने पर बैठ गए हैं। रात से ही यहां पर कई लोग अपना सामान लेकर विस्थापित होने लगे थे। वहीं जिस पाइपलाइल लीकेज की मरम्मत हुई थी, वह फिर से खराब हो गया और सुबह के वक्त पानी ओवरफ्लो करने लगा। इससे नाराज होकर कॉलोनी वासी धरना देने लगे। घर की महिलाएं भी शामिल थीं।
वही स्थानीय लोगों ने बताया कि इस समस्या का कोई समाधान प्रशासन नहीं निकल रहा है। वह जांच की बात कहकर सभी अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे है। करीब 2 दर्जन से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं।लोगों का कहना है कि प्लांट चल रहा है। पाइपलाइन में फोर्स से पानी आ रहा है और रिसाव भी तेज है। पीड़ित परिवार कॉलोनी के मंदिर और दूसरों के घरों में अपना दिन-रात काट रहे हैं। मंगलवार को निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने कहा था कि IIT-BHU और जलकल विभाग इस समस्या का समाधान खोजेंगे। फिलहाल, अभी फौरी राहत इन प्रभावित लोगों को अभी तक नहीं दी गई।
गंगोत्री विहार काॅलाेनी में खंडहर बन चुके मकानों के लोग धरने पर बैठ लोगों का कहना है कि पाइपलाइन को बंद कर उनकी समस्या का निदान किया जाए। जो घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं उनकी रिपेयरिंग कराई जाए। घर टूटने के बावजूद लोग वहां पर रहने को मजबूर हैं। ऐसी क्या मजबूरी है कि वाराणसी प्रशासन हमारी मांगों को दरकिनार कर रहा है। मानक के विपरीत यहां पर पाइपलाइन लाई गई जिससे यह संकट आ खड़ा हुआ है।