सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया सूरजकुंड में कल्याण मंडपम का लोकार्पण

गोरखपुर। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि क्लाइमेट चेंज के कारण असमय बरसात, सूखा से पूरा जनपद चपेट में आता है। सड़क किनारे पेड़ लगाएं। कभी गोडधोइया भी एक नदी थी, फिर नाला बना और उसपे कब्जा हो गया। अब वह दोबारा स्वच्छ हो रहा है। हमने अपने स्वार्थ के लिए उसे नाला बना दिया फिर किसी ने कॉलोनी काट दी। जलसंकट से बचाव के लिए नदियों को पुनर्जीवित करना होगा। एक पेड़ मां के नाम जरूर लगाएं।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को सूरजकुंड में बने कल्याण मंडपम के लोकार्पण के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी सभ्य समाज के लिए उसके जरूरत के अनुरूप आवश्यक संसाधन जुटाना सरकार का काम होना चाहिए। नागरिक सुविधाओं को जितना सहज और सरल बना सकें। यह बहुत जरूरी है कि आज के समय में अलग-अलग तबके के लोगों के लिए उसकी आय के अनुरूप सुविधाओं को बना सकें। 11 हजार या 25 हजार में किसी गरीब को यह कल्याण मंडपम मिल जाए तो वह अच्छे ढंग से मांगलिक कार्य कर सकता है। गोरखपुर नगर निगम प्रदेश में पहला है जो सात मंडपम बना रहा है। मैंने अपनी विधायक निधि का सारा पैसा इसके लिए दे दिया। अलग-अलग वार्डों में मंडपम बन रहा है। इसमें लगभग 300 लोगों के बैठने के लिए सभागार है।
सीएम ने कहा कि सेफ सिटी का मतलब जहां हर कोई खुद को सुरक्षित महसूस कर सके। जो भी उनकी सुरक्षा में सेंध लगाए उसको इसका नतीजा पता होना चाहिए। बरसात के पहले नालों की सफाई हो जाए तो जलभराव की समस्या नहीं आएगी। नियमित रूप से कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था हो। बरसात के दौरान अब गोरखपुर शहर में दो भाग में नहीं बंटता। पार्षदों की जिम्मेदारी है कि मोहल्ले में स्वच्छता समिति का गठन करें। इसके तहत पौधरोपण करें। आने वाली पीढ़ी के लिए एक बेहतर भविष्य दें।
सीएम ने कहा कि नागरिकों से अपील है कि घर के बाहर कैमरा जरूर लगाएं। प्रशासन के साथ आप सहभागी बनेंगे तो सुरक्षा का एहसास मिलेगा। साफ सफाई के प्रति जागरूक रहें। पहले गोरखपुर की सभी सड़कें सिंगल लेन की थीं। आज गोरखपुर के अंदर सभी मार्ग फोरलेन के हो चुके है। 10 हजार लोगों के बैठने वाले कन्वेंशन सेंटर का निर्माण हो रहा है। रामगढ़ताल लोगों को आकर्षित कर रहा है। आयुष विश्वविद्यालय का लोकार्पण 30 जून को राष्ट्रपति के हाथों संभावित है।