आसमान में बादलों का डेरा, आखिर कब बरसेंगे बदरा
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी समेत आसपास के जिलों में मॉनसून की बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे है। सावन के महीने में भी बादल आसमान में खूब उमड़-घुमड़ रहे हैं, लेकिन बरस नहीं रहे। भीषण गर्मी और उमस ने लोगों को परेशान कर रखा है। दिन में सूरज की तल्खी के बीच तापमान चढ़ता ही जा रहा है। मंगलवार को वाराणसी में रोज की तरह से तेज धूप खिली है। टेम्परेचर नॉर्मल से 6°C ज्यादा 40°C तक पहुंच गया है। बीते कई दिनों से बारिश का प्रेडिक्शन पूरी तरह से गलत हो रहा है। आज सुबह साढ़े 5 बजे तक पारा 31.2°C पर पहुंच गया था। वहीं अभी 39°C पर है। हालांकि, सुबह से बह रही हवा ने कुछ राहत जरूर दे दिया है। इससे उमस कम है।
भीषण गर्मी झेल रहे लोगों ने भी राहत महसूस की। पिछले एक सप्ताह से तेज धूप की वजह से गर्मी अधिक बढ़ गई है।मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय ने बताया कि अब मानसून की सक्रियता के पूर्वी उत्तर प्रदेश में बढ़ने की संभावना बढ़ गई है। इस वजह से अगले दो से तीन दिन के भीतर रूकरूक कर बारिश के भी आसार हैं। वाराणसी और आसपास में हल्की से तेज बारिश भी हो सकती है।
आज वाराणसी में हवा 7 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चल रही है। वहीं इस हवा में नमी 77% तक दर्ज की गई। मंगलवार को वाराणसी का मैक्सिमम टेम्परेचर 39.2°C तक चला गया। यह नॉर्मल से भी 6°C ज्यादा है। इस बार जुलाई में काफी सूखा पड़ गया है। किसानों को चिंता है धान की। इस समय फसल को सबसे ज्यादा बारिश की जरूरत है। ग्राउंड वाटर भी काफी नीचे चला गया है। इसलिए सिंचाई में काफी दिक्कत हो रही है।पिछले एक सप्ताह से गंगा के जलस्तर में वृद्धि की खबर के बाद से जिला प्रशासन भी अलर्ट पर है। जिले में नदी किनारे के इलाकों में बाढ़ चौकियां बनाने के साथ ही सभी तैयारियां भी कराई जा रही हैं। केंद्रीय जल आयोग के वाराणसी कार्यालय के अनुसार, गंगा का जलस्तर मंगलवार शाम छह बजे तक 60.04 मीटर पर था। अधिकारियों के अनुसार, गंगा में अभी बढ़ोतरी जारी रहेगी। बता दें कि वाराणसी में गंगा का चेतावनी बिंदु 70.26 है और खतरे का निशान 71.26 है।