किश्तवाड़ के चिशोती गांव में बादल फटने से तबाही, 12 शव बरामद, कई लापता

किश्तवाड़ के चिशोती गांव में बादल फटने से तबाही, 12 शव बरामद, कई लापता

(रणभेरी): जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चिशोती गांव में गुरुवार को बादल फटने की भीषण घटना हुई, जिससे भारी तबाही मच गई। इस घटना में अब तक 12 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

अचानक आई बाढ़ से घर बह गए

जानकारी के अनुसार, बादल फटने के बाद चिशोती गांव में अचानक बाढ़ आ गई। इस आपदा में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और बड़ी संख्या में मवेशी भी बह गए। दोनों मुख्य पुल—लकड़ी का पुल और पीएमजीएसवाई पुल—क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जिससे राहत कार्यों में दिक्कत आ रही है।

मचैल माता यात्रा स्थगित

यह घटना पदर उपखंड में हुई है, जो प्रसिद्ध मचैल माता यात्रा के मार्ग पर आता है। हालात को देखते हुए यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। प्रभावित इलाका किश्तवाड़ जिला मुख्यालय से करीब 80–90 किलोमीटर दूर है।

प्रशासन और नेताओं की सक्रियता

किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि बचाव कार्य तेजी से चल रहा है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने उपायुक्त से बात कर राहत कार्यों की प्रगति ली और कहा कि हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल कार्यालय ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।

मौके पर पहुंचे स्थानीय नेता

विपक्ष के नेता सुनील कुमार शर्मा और स्थानीय विधायक भी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। अब तक करीब 20 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया जा चुका है, लेकिन लापता लोगों की संख्या को लेकर अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।

प्रशासन ने कहा है कि राहत एवं बचाव कार्य जारी रहेगा और घायलों के लिए आपात चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। सेना, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की संयुक्त टीमें मौके पर तैनात हैं।