Beating Retreat : आज सबसे बड़े ड्रोन शो का गवाह बनेगा देश, 3500 ड्रोन से बनेंगी अद्भुत कलाकृतियां

Beating Retreat : आज सबसे बड़े ड्रोन शो का गवाह बनेगा देश, 3500 ड्रोन से बनेंगी अद्भुत कलाकृतियां

(रणभेरी): गणतंत्र दिवस के बाद हर साल 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट समारोह का आयोजन किया जाता है। आज शाम यानी रविवार को विजय चौक पर 
इसके आयोजन के साथ ही का गणतंत्र दिवस समारोह समाप्त हो जाएगा. इस आयोजन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित हजारों की संख्या में लोग शामिल होंगे। 

विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट समारोह में रविवार को भारत का सबसे बड़ा ड्रोन शो दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेगा। वहीं भारतीय शास्त्रीय रागों पर आधारित धुनें समारोह का आकर्षण होंगी। सेना, नौसेना, वायु सेना और राज्य पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के संगीत बैंड 29 मनोरम और पैर थिरकने वाली भारतीय धुनें बजाएंगे। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल होंगे। बीटिंग द रिट्रीट समारोह में इस बार 3,500 स्वदेशी ड्रोन करतब दिखाएंगे। शानदार ड्रोन शो रायसीना पहाड़ियों के ऊपर शाम के आसमान को रोशनी से जगमग कर देंगे, सहज तालमेल के माध्यम से राष्ट्रीय आकृतियों/घटनाओं के असंख्य रूपों की झांकी भी दिखेगी। यह स्टार्ट-अप परितंत्र की सफलता, देश के युवाओं के तकनीकी कौशल को दर्शाएगा और भविष्य की पथ-प्रवर्तक प्रवृत्तियों का मार्ग प्रशस्त करेगा। बोटलैब्स डायनामिक्स इस पूरे कार्यक्रम का आयोजन करेगा। 

पहली बार 3-डी एनामॉर्फिक प्रोजेक्शन का आयोजन
‘बीटिंग द रिट्रीट’ में पहली बार 3-डी एनामॉर्फिक प्रोजेक्शन का आयोजन किया जाएगा। समारोह सामूहिक बैंड की ‘अग्नीवीर’ धुन के साथ शुरू होगा, जिसके बाद पाइप्स एंड ड्रम्स बैंड ‘अल्मोड़ा’, ‘केदारनाथ’, ‘संगम दूर’, ‘क्वींस ऑफ सतपुरा’, ‘भागीरथी’, ‘कोंकण सुंदरी’ जैसी मोहक धुनें बजाई जाएंगी। भारतीय वायु सेना के बैंड ‘अपराजेय अर्जुन’, ‘चरखा’, ‘वायु शक्ति’, ‘स्वदेशी’ की धुन बजाएंगे, जबकि भारतीय नौसेना का बैंड ‘एकला चलो रे’, ‘हम तैयार हैं’ और ‘जय भारती’ की धुनें बजाएंगे। वहीं भारतीय सेना का बैंड ‘शंखनाद’, ‘शेर-ए-जवान’, ‘भूपाल’, ‘अग्रणी भारत’, ‘यंग इंडिया’, ‘कदम कदम बढ़ाए जा’, ‘ड्रमर्स कॉल’ और ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ बजाएगा। कार्यक्रम का समापन सदाबहार व सर्व लोकप्रिय धुन ‘सारे जहां से अच्छा’ के साथ होगा।

अधिकारियों ने बताया कि गणतंत्र दिवस के समापन समारोह में ड्रोन शो भी आयोजित किया जाएगा। इस शो में 3500 स्वदेशी ड्रोन शामिल होंगे, जो देश के इतिहास का सबसे बड़ा ड्रोन शो होगा। इसके अलावा बीटिंग रिट्रीट में पहली बार नॉर्थ और साउथ ब्लॉक के अग्रभाग पर पहली बार 3डी एनामॉर्फिक प्रोजेक्शन का आयोजन किया जाएगा। समारोह की शुरुआत अग्नीवीर धुन के साथ शुरू होगी। इसके बाद पाइप्स द्वारा 'अल्मोड़ा', 'केदारनाथ', 'संगम दूर', 'सतपुड़ा की रानी', 'भागीरथी', 'कोंकण सुंदरी' जैसी मोहक धुनें बजाई जाएंगी। रक्षा मंत्रालय ने बताया, वायु सेना के बैंड 'अपराजेय अर्जुन', 'चरखा', 'वायु शक्ति', 'स्वदेशी' धुन बजाएंगे। वहीं नौसेना के बैंड 'एकला चलो रे', 'हम तैयार हैं' और 'जय भारती' की धुनें बजाएंगे। इसके अलावा भारतीय सेना का बैंड 'शंखनाद', 'शेर-ए-जवान', 'भूपाल', 'अग्रणी भारत', 'यंग इंडिया', 'कदम कदम बढ़ाए जा', 'ड्रमर्स कॉल' और 'ऐ मेरे वतन के' बजाएगा। कार्यक्रम का समापन 'सारे जहां से अच्छा' की धुन के साथ होगा। अधिकारियों ने बताया, बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी के मुख्य संचालक फ्लाइट लेफ्टिनेंट लीमापोकपम रूपचंद्र सिंह होंगे। आर्मी बैंड का नेतृत्व सूबेदार दिग्गर सिंह करेंगे, वहीं नौसेना और वायु सेना के बैंड कमांडर एम एंथोनी राज और वारंट ऑफिसर अशोक कुमार होंगे। गणतंत्र दिवस समारोह के अंतर्गत 'बीटिंग द रिट्रीट' सेरेमनी एक अहम हिस्सा है। 29 जनवरी की शाम को हर साल होने वाली यह बीटिंग रिट्रीट गणतंत्र दिवस समारोह के समापन का प्रतीक है। तीनों सेनाएं इस खास मौके पर विशेष धुनें बजाकर राष्ट्रपति से अपनी बैरकों में वापस जाने के लिए आधिकारिक अनुमति मांगती हैं। पारंपरिक धुनों के साथ मार्चपास्ट करती सेनाएं गणतंत्र दिवस समारोह के समापन की घोषणा भी करती हैं।