आजम खान अंतरिम जमानत पर रिहा होने के बाद विधायक पद की ली शपथ

आजम खान अंतरिम जमानत पर रिहा होने के बाद विधायक पद की ली शपथ

(रणभेरी):  उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खां अंतरिम जमानत पर रिहा होने के बाद आज पहली बार उत्तर प्रदेश की विधानसभा में पहुंचे और विधायक पद की शपथ ली।वह आज ही अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ लखनऊ पहुंचे। आजम खान योगी सरकार के सत्ता में वापसी होने के बाद पहले विधानसभा सत्र में हिस्सा लेने लखनऊ पहुंचे हैं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वह विधानसभा सत्र की कार्यवाही के दौरान रुकेंगे या नहीं।

विधानसभा सत्र 2022 शुरू होने से एक दिन पहले यानी 22 मई को समाजवादी पार्टी ने विधानसभा मंडल दल की बैठक बुलाई गई थी। इसमें सपा विधायक आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के न पहुंचने पर सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं होना शुरू हो गई थी। वहीं रविवार को रामपुर में आजम खान ने सत्र में शामिल होने के सवाल पर कहा था कि क्यों नहीं जाऊंगा। मैं चुना गया हूँ और विधानसभा मेरे लिए कोई नई जगह नहीं है, उस हाउस में 10वीं बार जाऊंगा।

समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खां अंतरिम जमानत पर रिहा होने के बाद आज पहली बार उत्तर प्रदेश की विधानसभा में पहुंचे और विधायक पद की शपथ ली। वह आज ही अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ लखनऊ पहुंचे। इससे पहले समाजवादी पार्टी विधानमंडल की रविवार को लखनऊ में आयोजित बैठक में सपा विधायक आजम खां और उनके विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम शामिल नहीं हुए। इसको राजनीतिक गलियारों में अखिलेश यादव से उनकी नाराजगी के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि आजम खां ने किसी भी प्रकार की नाराजगी से इनकार किया है।

आजम खां ने कहा कि आपसे ही नाराजगी की सूचना मिल रही है। मुझे तो कोई वजह समझ में नहीं आती। दूसरी बात यह है कि नाराज होने के लिए कोई आधार चाहिए। मैं खुद ही निराधार हूं तो आधार कहां से आएगा। मेरा अपना ही कौन सा आधार है, एक गरीब आदमी गली में रहने वाला।

विधानसभा सत्र के सवाल पर आजम खां ने कहा कि वह विधानसभा जरूर जाएंगे। विधानसभा उनके लिए कोई नई जगह नहीं है, दसवीं बार सदन जाएंगे। सवालिया लहजे में कहा, मैं चुना गया हूं, क्यों नहीं जाऊंगा। उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश कर रहे हैं और तबीयत सही रही तो सोमवार को शपथ लेंगे।

जेल में और रिहाई के बाद मिलने आने वालों और न मिलने वालों के सवाल पर कहा कि जो आए उनका भी शुक्रिया, जो नहीं आए उनका भी शुक्रिया। उन्होंने कहा कि मुझे जो प्रोटेक्शन मिला है वो न्यायपालिका से मिला है, किसी और से नहीं मिला।

सपा द्वारा कुछ न किए जाने के सवाल पर कहा कि वह इसे सिरे से नकारते हैं क्योंकि जो जितना कर सकता था उसने उतना किया। कहा कि मेरे परिवार और शुभचिंतकों के परिवार, सबने कहा कि मेरे साथ ज्यादती हुई।


सीतापुर जेल से बाहर आने के बाद सपा नेता आजम खां का अपने करीबियों और उनके परिजनों से मिलने जुलने का सिलसिला जारी है। रविवार को आजम खां रामपुर जेल में बंद गुड्डू मसूद और युसूफ मलिक से मिले। गुड्डू मसूद शत्रु संपत्ति को लेकर दर्ज मामले में आरोपी हैं। वह 26 अगस्त 2020 से जेल में बंद हैं। युसूफ मलिक जौहर विश्वविद्यालय के लिए किसानों की जमीन कब्जाने के मामले में जेल में बंद हैं।

आजम खां करीब बीस मिनट से अधिक समय तक जेल में बंद करीबियों से मिले। इस मुलाकात के बाद जेल के बाहर उन्होंने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि हम यहां उन लोगों से मिलने आए हैं, जो 20 दिन में हमारे साथ सबसे बड़े अपराधी हो गए। जिन्होंने हमारे साथ प्रताड़नाएं सही हैं। उनके सीने में सिवाय धड़कन के कुछ नहीं बचा है। हम आजाद हिंदुस्तान के बहुत कमजोर लोगों से मिले हैं।