सावधान! शहर में घूम रहा फ्रॉडर गिरोह
भूल से भी दिए अंजान को अपना फोन, तो हो जाएगा आपका मोबाइल हैक
हैकर्स के पास चला जाएगा डाटा, फोन देने वाले के खाते से कट रही रकम
वाराणसी (रणभेरी सं.)। बनारस रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर एक यात्री 31 अगस्त की रात साढ़े दस बजे नई दिल्ली जाने वाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म में आई, इसी बीच एक लड़की आई और बोली कि मेरा फोन भूलवश पापा लेकर चले गए हैं। प्लीज उनके नंबर पर कॉल कर देंगे। यात्री ने लड़की के बताए नंबर पर कॉल की तो हैलो होते ही मोबाइल कट हो गया। इसके बाद निशांत बोले कि फोन कट जा रहा है। किसी और से बोल दो मुझे ट्रेन पकडी है। यह कहकर यात्री चल दिए। ट्रेन में अपनी सीट पर बैठने के बाद यात्री ने मोबाइल निकाला और घर पर फोन करने का प्रयास किया, लेकिन मोबाइल काम नहीं कर रहा था। करीब आधे घंटे बाद अकाउंट से 35 हजार रुपए डेबिट होने का मैसेज आया। यह देखते ही वह हैरान हो गए। वाराणसी में इन दिनों इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। अंजान लड़की, महिला और व्यक्ति कॉल के बहाने खाता खाली करा रहे हैं। यह चलते-फिरते साइबर फ्रॉड हैं।
शहर में घूम रहे फ्रॉडर
रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, गंगा घाट, बाजार समेत अन्य पब्लिक प्लेस पर इनके हाथ में एक पर्ची होगी। जिस पर मोबाइल नंबर और नाम लिखा रहेगा और यह सबसे बोलेगा कि भईया इस नंबर पर कॉल कर दीजिए। यह नंबर मेरे चाचा, पापा, मामा या किसी खास रिश्तेदार का नंबर है। हम बिछड़ गए हैं। जैसे ही आप उसको फोन करेंगे। आपका मोबाइल हैक हो जाएगा और आपका मोबाइल डाटा उसके पास चला जाएगा। आप अपनी ट्रेन के इंतजार में रहेंगे। तब तक आपका मोबाइल पॉकेट में एक्टिव रहता है। इसलिए किसी अंजान का नंबर डॉयल करके ज्यादा मानवता ना दिखाएं। ऐसे लड़के या लड़कियां जितने नंबर देते हैं, उतना पैसा इनको खर्च करने के लिए मिलता है।
यह है कॉल फॉरवर्डिंग स्कैम
कॉल फॉरवर्डिंग स्कैम में, स्कैमर आपको कॉल करके बताते हैं कि आपका अकाउंट हैक हो गया है या आपके सिम कार्ड में कोई समस्या है। इसके बाद वे आपको बताते हैं कि उनके पास इसका समाधान है और आपसे अपने फोन से 401 से शुरू होने वाला एक नंबर डायल करने के लिए कहते हैं। इससे आपकी कॉल उनके पास मौजूद ही एक नंबर पर फॉरवर्ड हो जाती है। इसके बाद वे आपके दूसरे अकाउंट जैसे मैसेजिंग ऐप या बैंक अकाउंट में लॉग इन करने की कोशिश करते हैं और साइबर फ्रॉड की घटना को अंजाम देते हैं।