विश्वनाथ धाम की पहली वर्षगांठ को भव्य बनाने में जुटा प्रशासन
वाराणसी (रणभेरी): श्री काशी विश्वनाथ धाम की पहली वर्षगाठ को यादगार व भव्य बनाने की कवायद में मंदिर प्रबंधन व प्रशासन जुटा हुआ है। पहली वर्षगाठ के दिन धाम के गंगा द्वार पर नीलांबर उतरेगा। नीलकंठ के नीला और गंगा के प्राकृतिक अंबर रंग की रोशनी देख हर कोई रोमांचित हो उठेगा। रंग-बिरंगे 312 बल्बों वाले नीलांबर की लाइटों को पहले ही लगा लिया गया था, लेकिन गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से टेस्टिंग का काम अटक गया। श्री काशी विश्वनाथ धाम की पहली वर्षगाठ पर इसका मनोरम दृश्य लोगों के सामने होगा। इनडोर लाइटिंग के लिए रशियन तकनीकी से बल्ब भारत में ही बनाए गए हैं।
वहीं फसाड लाइटिंग इटैलियन बल्बों से की गई है। घाट पर लगी लुमास कंपनी की खास लाइटें दो-तीन माह तक पानी में रहने के बावजूद भी खराब नहीं होंगी। विश्वनाथ धाम में लगभग पांच हजार लाइटें लगाई गई हैं। इनमें अंडरग्राउंड लाइट, हैंगिंग लाइट, डाउनलोड लाइट और प्रोफाइल लाइटें शामिल हैं। इनको इस तरह से लगाया गया है कि हर दीवार की सजावट व नक्काशी अलग-अलग दिखे। लाइटें जलने के बाद भवन की फसाड लाइट चमकीली हो और पाथवे पर रोशनी आंखों में न चुभे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नव्य-भव्य काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण पिछले साल 13 दिसंबर को किया था। धाम के एक साल पूरे होने पर हवन-पूजन, सांस्कृतिक-आध्यात्मिक प्रभाव विषय पर गोष्ठी और शाम को अनुराधा पौडवाल का भजन होगा।