आरटीई में हो रही अनियमितता!
वाराणसी (रणभेरी )।शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत होने वाले एडमिशन में व्याप्त अनियमितता को लेकर राजकुमार गुप्ता, हरिकिशन वर्मा, प्रमोद पाल आदि अभिभावकों के प्रार्थना पत्र पर राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग की सदस्या शुचिता चतुर्वेदी ने इस सम्बन्ध में बीएसए वाराणसी को कार्रवाई कर आख्या उपलब्ध करवाने के लिए निर्देशित किया है। इस सम्बन्ध में राजकुमार गुप्ता ने बताया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 में प्रवेश प्रक्रिया काफी अधिक अनियमितता एवं भ्रष्टाचार के परिणाम स्वरूप वाराणसी जिले के प्राइवेट विद्यालय अभिभावकों से अवैध पैसे की वसूली हो रही है तथा सरकार की महत्वपूर्ण क़ानून आरटीई शिक्षाधिकार का भी मजाक उड़ाया जा रहा है तथा निजी स्कूलों को 25 प्रतिशत गरीब समुदायों के बच्चों के लिए आरक्षित सीटो को घटाया जाता है तथा लाटरी में चयनित बच्चों का भी प्रवेश उक्त विद्यालयों में किसी न किसी बहाने नहीं किया जाता है तथा उनकी सीटे बिना प्रवेश लिये फुल कर दी जाती है इसके अलावा किसी खास दुकान और स्कूल से पठन पाठन, स्कूल ड्रेस आदि सामग्री अभिभावकों को लेने को बाध्य करने, नर्सरी से पढ़ाई करवाने वाले स्कूल कक्षा 1 मे पोर्टल पर आवेदन नहीं होना, पोर्टल पर कक्षा 1 से आवेदन लेने वाले स्कूल नर्सरी में आवेदन नही होना, अभिभावक संघ का गठन नहीं होना, फि रेगुलेशन एक्ट का कड़ाई से पालन नहीं कराना सम्बन्धित अधिकारी के कार्यप्रणाली काफी सन्देहजनक है, जिसके चलते वाराणसी जनपद के हजारो बच्चों को निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा प्राप्त करने के अधिकार का पूर्ण हनन एवं अभिभावकों का आर्थिक और मानसिक शोषण किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में अभिभावक और हिमाद्री ट्रस्ट के प्रमुख राजकुमार गुप्ता कई अभिभावकों ने डिजिटली मुख्यमंत्री सहित बाल आयोग में 13 बिंदुओं पर पत्र लिखा था, जिसमे बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्या शुचिता चतुर्वेदी ने बीएसए से पत्र के परिपेक्ष्य में निस्तारण कर रिपोर्ट तलब किया है। इस बावत शुचिता चतुर्वेदी को राजकुमार गुप्ता ने इस आशय की जानकारी मोबाइल द्वारा भी वार्ता कर दी है शुचिता चतुर्वेदी ने समाधान का भरोसा दिया है।