विद्यापीठ की नैक की तैयारियों में शामिल हुईं राज्यपाल
वाराणसी(रणभेरी)। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ को सी ग्रेड से ए प्लस ग्रेड में ले जाने के लिए महामहिम राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी एवं नैक समन्वयकों के साथ गांधी अध्ययनपीठ के कांफ्रेस हॉल में मीटिंग की। पहले राज्यपाल के शिक्षा सलाहकार डॉ. पंकज एल जानी और अपर मुख्य सचिव डॉक्टर सुधीर एम. बोबडे ने नैक क्राइटेरिया 1 से लेकर 5 तक का निरीक्षण परीक्षण किया। इसके पश्चात् प्रदेश की राज्यपाल का आगमन कांफ्रेस स्थल पर हुआ। राज्यपाल ने विद्यापीठ को नैक ग्रेड सी से ए प्लस में परिवर्तित करने के लिए विश्वविद्यालय की अकादमिक से लेकर उसकी उपलब्धियों के विषयवस्तु की बारिकियों से जानकरी ली। इस क्रम में महामहिम के सुझाव एवं उसकी संतुष्टियो के लिए कुलपति प्रो. त्यागी ने महामहिम को सभी जानकारियां दी। नैक के क्राइटेरिया 7 में उल्लेखित अखंड भारत माता मंदिर के संदर्भों की जानकारी के पश्चात् महामहिम ने कहा कि भारत माता मंदिर को वर्तमान भारत स्वरूप अन्वेषण विद्यार्थियों से कराना चाहिए। इसका उल्लेख विद्यापीठ के अकादमिक में जुड़ना चाहिए। ये इतिहास का विषय बनना चाहिए। जिसे आप क्राइटेरिया 7 में प्रमुखता से शामिल कर सकते हैं। इसके साथ ही राष्ट्रपिता बापूजी के कक्ष में बापूजी के विषयवस्तु जैसे- चश्मा, टेबल आदि को भी शामिल करने का सुझाव दिया, जो गांधी के आदर्शों के समझने और समझाने में सहायक होगी। इस दौरान राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के हैंडलूम एवं फैशन डिजाइनिंग विभाग के बच्चों द्वारा तैयार जैकट की सराहना की और इसे व्यापकता की ओर ले जाने की बात कहीं। विश्वविद्यालय के होम सांइस के बच्चों द्वारा तैयार किये गये स्वीट्स एंड ढोकला जैसे व्यजंनों का स्वाद महामहिम ने चखा और स्वरोजगार जोड़ने और इससे आत्मनिर्भर बनने की बात कही। नैक के क्राइटेरिया में उन्होंने कहा कि छात्राओं की माताओं के साथ सम्मेलन होना चाहिए। उनके विचार को भी शिक्षा से जोड कर देखना चाहिए। नैक की तैयारियों को थोड़ा और सुदृढ करते हुए नैक ग्रेड में जाने की बात कहीं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी ने महामहिम के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. सुनीत पांडेय, वित्त अधिकारी संतोष शर्मा, उपकुलसचिव हरीश चंद, सम्पति अधिकरी डॉ. सूर्यनाथ सिंह, डॉ. निशा सिंह, प्रो. हंसा, प्रो. रश्मि सिंह, प्रो. संजय, प्रो. मो. आरिफ, प्रो. के.के. सिंह, प्रो. अनिल कुमार, प्रो. एम.एम. वर्मा, प्रो. ब्रजेश सिंह आदि उपस्थित रहे।