विवाहोत्सव पर पूरी रात भक्तों को दर्शन देंगे बाबा
वाराणसी (रणभेरी)। द्वादश ज्यो तिर्लिंगों में से एक श्री काशी विश्वरनाथ दरबार में महाशिवरात्रि पर्व की परंपराएं भी अनोखे अंदाज में मनायी जाएंगी। इस दौरान श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि पर बाबा की चार पहर आरती होगी। मंदिर के पट 08 की भोर खुलेंगे तो 09 की रात शयन आरती के बाद बंद होंगे। बीच-बीच में आरती के दौरान श्रद्धालु बाबा का झांकी दर्शन करते रहेंगे। वहीं आस्थात का रेला रात से ही लगेगा और गंगा तट से बाबा दरबार तक पूरा क्षेत्र हर हर महादेव और हर हर बम बम का जयघोष करता रहेगा।
आरती का समय
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि 8 मार्च को भोर मंगला आरती 2.15 बजे शुरू होगी और 3.30 बजे से दर्शन के लिए पट खुल जाएंगे। मध्याह्न भोग आरती दोपहर 12 बजे से 12.30 बजे तक चलेगी। इसके अलावा खास होगी रात में चार पहर की आरती। पहले पहर की आरती रात्रि 10.50 से शुरू होकर रात 12.30 बजे तक चलेगी। दूसरे पहर की आरती 18-19 फरवरी की मध्य रात्रि 1.20 बजे शुरू होकर 2.30 बजे तक चलेगी। तीसरे पहर की आरती 19 फरवरी की भोर 2.55 से 4.25 बजे तक होगी तो चौथे पहर की आरती 19 की सुबह 4.55 से शुरू होगी और 6.15 समाप्त होगी।
बाबा के भजनों पर झूमें भोलेभक्त
महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में विश्वनाथ धाम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शृंखला के क्रम में दूसरे दिन मंगलवार को भजनों से बाबा का गुणगान हुआ। इसके साथ बिरहा लोकगीत व लोकनृत्य ने सभी को भाव विभोर कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत शहर दक्षिणी क़े विधयाक डॉ नीलकंठ तिवारी ने दीप प्रजवलित कर किया। कहा कि, बाबा क़े इस पर्व को हम काशी वासी उत्स्व क़े तरह मनाते है। कार्यक्रम की शुरुआत विकास सिंह ने गणेश वंदन से किया। अगली कड़ी मे काशी की बेटी दिव्या दुबे ने अपने संगत कलाकारों क़े साथ भजनों से अपनी हाजिरी लगाई। उसके बाद विरहा लोक गीत को भक्तों ने सुना। बिरहा इंटरनेशनल लोक गीत गायक डॉ मन्नू यादव ने शिव भजन गाया। इसके बाद मन्नू यादव रसन गहन छंद मे जीभ पकड़ कर गायन किया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने आये कलाकारों और अतिथियों को धन्यवाद दिया।