वाराणसी दालमंडी में फिर चली बुलडोज़र कार्रवाई, व्यापारियों का विरोध, एक युवक हिरासत में

वाराणसी दालमंडी में फिर चली बुलडोज़र कार्रवाई, व्यापारियों का विरोध, एक युवक हिरासत में

(रणभेरी): सोमवार को दालमंडी क्षेत्र में एक बार फिर प्रशासन की ओर से मकान और दुकानों को ढहाने की कार्रवाई शुरू की गई। सुबह से ही नगर निगम, PWD, पुलिस और RAF की टीम कपड़ा मार्केट नई सड़क पहुंची। इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल और अधिकारी तैनात रहे।

शाम होते ही टीम जब दुकानों को गिराने पहुंची तो कारोबारी विरोध में उतर आए। दुकानदारों और अधिकारियों के बीच धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई। पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया। वहीं, एसीपी ने माइक से दुकानों और मकानों को खाली करने की घोषणा की, लेकिन व्यापारियों ने साफ इंकार कर दिया। उनका कहना था कि “हमारे मकानों में बच्चों समेत 14 लोग हैं, मकान तोड़ा गया तो 14 लोग मरेंगे।”

सपा सांसद को रोका गया, धरने पर बैठे दालमंडी के व्यापारियों से मिलने जा रहे सपा सांसद वीरेंद्र सिंह को पुलिस ने चंदौली स्थित घर से निकलते ही रोक दिया। वे करीब 100 समर्थकों के साथ टैगोर कॉलोनी में धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा-“हम दालमंडी जरूर जाएंगे।”

पूर्व मंत्री मनोज राय ने आरोप लगाया कि “सरकार रोजगार नहीं दे पा रही, उल्टे कारोबार छीन रही है।”

करीब दो घंटे बाद ADM सिटी आलोक वर्मा, DCP वरुणा जोन प्रमोद कुमार और ACP कैंट नितिन तनेजा ने पहुंचकर समझाने के बाद धरना समाप्त कराया।

अब तक 187 मकान चिह्नित, ₹191 करोड़ मुआवजा तय

नगर निगम ने दालमंडी क्षेत्र में कुल 187 मकानों को ध्वस्तीकरण के लिए चिह्नित किया है। मालिकों को लगभग 191 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाना है। इनमें 14 दुकानदारों ने मुआवजा स्वीकार कर अपने मकानों को गिराने की मंजूरी दी है। अब तक दो मकान ढहाए जा चुके हैं। रविवार शाम भी एक दुकान के ऊपर बने दो फ्लोर तोड़े गए थे।

 दालमंडी का ऐतिहासिक महत्व

ब्रिटिश काल में अंग्रेज इसे “डॉलमंडी” कहा करते थे। यह क्षेत्र कभी सांस्कृतिक और कलात्मक केंद्र रहा है। मशहूर अभिनेत्री नरगिस की मां और अभिनेता संजय दत्त की नानी जद्दनबाई यहीं की रहने वाली थीं। बनारस घराने के प्रसिद्ध तबलावादक लच्छू महाराज का भी इस इलाके से गहरा जुड़ाव रहा है।