अयोध्या में दलित युवती की हत्या में 3 गिरफ्तार, पुलिस ने कहा- आरोपियों ने कुबूला जुर्म, भाई ने पीटा था...बदला लेने के लिए बेरहमी से की हत्या
अयोध्या (रणभेरी): यूपी के आयोध्या जिले में एक दलित युवती की हत्या मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने शराब के नशे में युवती की हत्या की थी फिर उसके शव को नाले के पास फेंक दिया था। एसएसपी राज करण नैय्यर ने बताया कि 3 आरोपियों हरी राम कोरी, विजय साहू व दिग्विजय सिंह गिरफ्तार किया है। इन तीनों ने शराब के नशे में युवती हत्या की थी। इन्होंने गांव के ही एक स्कूल में इस वारदात को अंजाम दिया। हत्या के बाद इन्होंने युवती के शव को नाले के पास फेंक दिया था। पुलिस अब तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेगी। , ब्लाइंड केस को चार टीम ने मामले का किया खुलासा, अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का मामला।
पुलिस सूत्रों ने बताया, दिग्विजय का युवती के पिता के पास आना-जाना था। दो महीने पहले युवती के भाई ने दिग्विजय को पीटा था। इससे वह खुन्नस रखता था। 30 जनवरी को दिग्विजय अपने दो दोस्तों हरिराम कोरी और विजय साहू के साथ गांव के बाहर नशा कर रहा था।
इसी दौरान युवती कथा सुनकर लौट रही थी। तीनों ने उसे अकेले आते देखा तो जबरन खेत में खींच लिया। उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। विरोध करने पर उसकी हत्या कर दी। फिर लाश को छोड़कर फरार हो गए। थोड़ी दूर पर कथा हो रही थी, ऐसे में युवती की आवाज दब गई।हालांकि, सोमवार सुबह SSP राजकरन नय्यर ने प्रेस कॉफ्रेंस में इस बात का जिक्र नहीं किया। उन्होंने सिर्फ 5 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कहा- पूछताछ में तीनों आरोपियों ने जुर्म स्वीकार कर लिया है। तीनों नशे में थे। नशे में ही वारदात की। टीमें इनसे पूछताछ कर रही हैं।
परिजनों ने बताया- युवती के शरीर पर कपड़े नहीं थे, उसकी दोनों आंखों पर चोट थी, जैसे नोचने की कोशिश की गई हो। चेहरे और सिर पर घाव थे। शरीर पर जगह-जगह जख्म दिख थे। जिन लोगों ने शव को कपड़े से ढककर उठाया, उनका कहना था कि पैर भी टूटा हुआ था। शव की हालत देखकर लड़की की बड़ी बहन और गांव की 2 महिलाएं बेहोश हो गईं। युवती 30 जनवरी की रात 10 बजे घर से निकली थी। इसके बाद वह वापस नहीं आई। परिजन गांव में ही ढूंढते रहे। 31 जनवरी को अयोध्या कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई। परिजनों का आरोप था कि पुलिस युवती को खोजने के बजाए केवल खानापूर्ति करती रही। जिस नहर में लाश मिली वह गांव से महज 500 मीटर दूर है।
युवती की भाभी ने बताया था- हमने पुलिस से कहा था कि मेरी ननद की हत्या हो गई है। आप लोग देखिए और तलाशिए। इसके बाद पुलिस वालों ने शाम को 36 घंटे बाद मुकदमा दर्ज किया था। हम लोग काफी परेशान थे लेकिन, उसका कहीं पता नहीं चल पा रहा था। अगले दिन सुबह यानी एक फरवरी को फिर तलाश शुरू की। स्कूल के बाहर खून के दाग दिखाई दे रहे थे। जो शौचालय के दरवाजे तक थे। हम लोग शौचालय में गए, तो वहां पर खून के धब्बे मिले। वहां एक बोरा पड़ा था, उस पर भी खून के निशान मिले थे। लड़की के जीजा ढूंढते हुए नहर की तरफ जा रहे थे, तो उन्हें पेड़ से बंधी हुई लाश दिखाई दी थी।
परिजनों ने आरोप लगाया था कि उनकी बेटी के साथ गैंगरेप हुआ। फिर उसे मार डाला गया। पुलिस के मुताबिक, लड़की की हत्या इसी स्पॉट पर की गई है। पुलिस को घटनास्थल से एक चप्पल भी मिली। इसके अलावा घटना स्थल से 200 मीटर दूर खून के धब्बे और खून से सनी चप्पल भी बरामद हुई थी।
युवती के पिता ने बताया-पुलिस तो ऐसा ही रवैया अपना रही थी। हम जब शिकायत करने पहुंचे तो हमसे ही कहने लगी जाओ ढूंढो कहीं गई होगी आ जाएगी। पुलिस को सोचना चाहिए था कि जिस पिता की बेटी न मिले उस पर क्या गुजर रही होगी। हत्या के बाद सभी लोग आ रहे हैं, अब क्या है, मेरी बेटी तो वापस नहीं आ सकती।
अयोध्या में दलित युवती की हत्या पर सियासत शुरू हो गई है। रविवार को सपा सांसद अवधेश प्रसाद मीडिया के सामने फूट-फूटकर रोए। कहा- इस मुद्दे को लोकसभा में मोदी के सामने उठाऊंगा। न्याय नहीं मिला तो इस्तीफा दूंगा। हम बेटी की इज्जत बचाने में नाकामयाब हो रहे हैं। इतिहास क्या कहेगा? कैसे बिटिया के साथ ये हो गया। हे राम...माथा पीटते हुए कहा- प्रभु राम कहां हैं, सीता मां कहां हैं? हम इस्तीफा दे देंगे। यह हिंदुस्तान की सबसे बड़ी दर्दनाक घटना है। मैं मीडियाकर्मियों से प्रार्थना करता हूं, उस घर पर जाइए। जहां एक मां ने अपनी बेटी को खो दिया। अवधेश प्रसाद शनिवार रात को पीड़ित परिवार से मिले थे। आज सुबह उन्होंने होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। मीडिया कर्मियों को देखते ही सांसद फूट-फूटकर रोने लगे।