4 को आदि विश्वेश्वर विराजमान का करेंगे दर्शन-पूजन : अविमुक्तेश्वरानंद
वाराणसी (रणभेरी): ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में शिवलिंग मिलने के हिंदू पक्ष एक दावों के बीच लगातार उसके नियमित पूजन-अर्चन की अनुमति को लेकर लगातार कोर्ट में याचिकाएं डाली जा रही हैं। इन्ही सब के बीच शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य अविमुक्तेश्वरानंद ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में कहा कि वे शनिवार को ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग का पूजन-अर्चन करेंगे। विद्या मठ केदारघाट में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने घोषणा की। कहा कि मेरे गुरु शंकराचार्य का आदेश हुआ है कि जब वहां भगवान शिव प्रकट हो गए हैं तो उनका पूजन-अर्चन, भोग-आहार होना चाहिए।
इसके लिए न्यायालय के आदेश की प्रतीक्षा नहीं की जा सकती।जब उनसे सवाल किया गया कि मामला अभी अदालत में है और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है, ऐसे में पूजन कैसे संभव है? इस पर उन्होंने कहा कि धार्मिक मामलों में शंकराचार्य का आदेश सर्वोपरि है। उनके आदेश का पालन होगा। शनिवार को वह कब और कैसे मस्जिद परिसर में प्रवेश करेंगे, इस प्रश्न पर अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि इसे अभी गोपनीय रखा गया है।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि शास्त्रों में भगवान शिव के अतिरिक्त अन्य ऐसे कोई देवता नहीं है जिनके शिर से जलधारा निकलती हो। जो मनुष्य सनातन संस्कृति को न जानते, भगवान शिव के स्वरूप एवं उनके माहात्म्य को नहीं जानते वे किसी के शिर से पानी निकलते हुए देखकर उन्हें फव्वारा ही तो कहेंगे। मुसलमान लोग भगवान् शिव को नहीं जानते और न ही उनको मानते हैं। इस्लाम में देवता आदि की परिकल्पना दूर दूर तक नही है। ऐसे में वे सभी अबोध हमारे भगवान् शिव को फव्वारा नाम से कहकर स्वयं यह सिद्ध कर दे रहे हैं कि वे ही भगवान् शिव हैं। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित सात नामजद व कई अज्ञात के खिलाफ धर्मिक भावना भड़काने के मुकदमे की पोषणीयता (सुनने योग्य है या नहीं) और ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग स्थल पर वजू करने के मामले में मुकदमा दर्ज करने के आवेदन पर अब कल सुनवाई होगी।आज अधिवक्ता अनिल मिश्र के निधन के कारण सुनवाई टल गई। अब शुक्रवार को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पंचम उज्जवल उपाध्याय की अदालत में मुकदमे से संबंधित पत्रावली पेश की जाएगी।