जानिए कौन है फ्रॉड बिल्डरों का आका फराज !

वाराणसी (रणभेरी): आपके अपने अखबार गूंज उठी रणभेरी ने वर्षों से लगातार शहर में हो रहे अवैध निर्माण के खिलाफ एक मुहिम छेड़ी है। अब यह बात पाठकों के मन भी संदेह पैदा करता है कि जब शहर में इतने अवैध निर्माण होते तो वीडीए के जिम्मेदारों द्वारा उसे ध्वस्त क्यों नहीं किया जाता ? सबसे अधिक अवैध निर्माण जिस जोन में हुआ वह है वाराणसी विकास प्राधिकरण के जोन नंबर 4 के भेलूपुर एवं नगवां वार्ड में। चाहे वो एचएफएल क्षेत्र हो, गंगा का किनारा हो या फिर कोई अन्य क्षेत्र। इन क्षेत्रों में जितने भी अवैध निर्माण हुए वह सब वीडीए के जोनल, जेई और बाबू के मिलीभगत से हुआ।
हमारी श्रृंखला के इसी कड़ी में आज हम आपको वीडीए के ऐसे व्यक्ति से अवगत कराएंगे जो न सिर्फ भवन स्वामियों से वीडीए के अधिकारियों का सेटिंग कराता है बल्कि ठेकेदारों के साथ भवनों का फर्जी दस्तावेज बनवाने में भी महारथ हासिल किया हुआ है। नाम है फराज खान....फराज वाराणसी विकास प्राधिकरण के जोन 4 के भेलूपुर एवं नगवां वार्ड का बाबू है। यह इतने धूर्त और शातिर किस्म का है कि इसने अपने जोन में अवैध निर्माणों का ठेका ले रखा है। इसका मुख्य काम है भवन स्वामियों या ठेकेदारों से सेटिंग कर वीडीए के आला अधिकारियों से अवैध निर्माण को पूरा कराने का योजना तैयार करना।
आपके अपने अखबार गूंज उठी रणभेरी ने बीते एक साल से सुंदरपुर में हुए जिस अवैध निर्माण के खिलाफ एक मुहिम छेड़ी है उस अवैध निर्माण को पूरा करवाने में शुरू से लेकर आज तक फराज की बहुत बड़ी भूमिका है।
बृज इंक्लेव वाले प्रकरण में जिस कूटरचित दस्तावेजों के दम पर भवन बनाया गया और भवन स्वामी सद्दाम को जो भी विभागीय अनुमति मिली उसके पीछे सारा फराज का ही शातिर दिमाग था। जबकि इस भवन में भवन स्वामी के पास मालिकाना कोई हक नहीं है। सद्दाम और अल्ताफ के इस अवैध इमारत के बिल्डर का नाम रिजवान है। रिजवान भी ठीक वैसे ही धूर्त और शातिर है जैसे फराज। सूत्र बताते हैं कि रिजवान और फराज की पैठ बहुत गहरी है। यह दोनों फर्जी दस्वावेज बनवाने में माहिर हैं। इन्हीं दोनों ने मिलकर बृज इंक्लेव वाले अवैध निर्माण का फर्जी और कूटरचित दस्तावेज बनवाकर भवन को पूरा करवाया। बदले में सद्दाम ने अगर कुछ दिया तो वो है मोटी रकम। फराज अपने शातिर दिमाग से अपने विभाग में अच्छी पैठ बना लिया है। यही वजह है कि फराज सेटिंग और मोटी रकम के बाद अपने उच्चाधिकारियों को भी गुमराह कर अवैध निर्माणों को भी पूरा करवा लेता है।
करोड़ों का मालिक बन चुका है फराज
बीते तीन साल से अधिक समय से भेलूपुर जोन में कुंडली मार कर बैठा फराज अपने भ्रष्टाचार के बलबूते आज करोड़ो का मालिक बन चुका है। सूत्र बताते हैं कि बीते तीन साल में भेलूपुर एवं नगवां वार्ड में जितने भी अवैध निर्माण पूरे हुए उसमें फराज ने सेटिंग की और जमकर पैसा कमाया। सूत्रों ने बताया कि फराज का विभाग के उच्चाधिकारियों से भी अच्छी पैठ है इसलिए विभाग के ऊंचे ओहदे पर बैठे आकाओं की नजर फराज पर नहीं जाती। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वीडीए में किस कदर लूट खसोट मची है और भ्रष्टाचार ने किस कदर अपनी पैठ बना लिया है। जब वीडीए का एक बाबू करोड़ों का मालिक हो सकता तो सोचिए ऊपर बैठे लोग कितने अवैध कमाई करते होंगे। हालांकि यह जांच का विषय है। अगर जांच हो जाए तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
रणभेरी के अगले अंक में पढ़िए की आरटीआई ने भी किया खुलासा, बृज इंक्लेव में खड़ी इमारत है अवैध