varanasi: नकली सरसों तेल बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा, दो गिरफ्तार
वाराणसी (रणभेरी): रसों का तेल भी मिलावट खोरों से नहीं बच सका। कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में तेल माफिया आम जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। लोगों को मिलावटी खाद्य पदार्थ की धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब वाराणसी फूड डिपार्टमेंट और पुलिस ने पूर्वांचल की सबसे बड़ी गल्ला मंडी विश्वेश्वरगंज के पास कतुआपुरा में सटीक सूचना पर छापेमारी कर नकली तेल का गोदाम पकड़ा। दो मकानों में छापेमारी में नकली तेल और रिफाइन ऑयल बनाने के सामान और पैकेजिंग का समान बरामद किया गया है। वहीं इस पूरी कार्रवाई में नकली तेल के कारोबार में लिप्त 2 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को वाराणसी व आसपास के इलाके में नकली खाद्य तेल की बिक्री की सूचना मिल रही थी। इस पर पुलिस और खाद्य विभाग की टीम ने कतुआपुरा इलाके में मनीष गुप्ता के मकान में छापेमारी की।
इस छापेमारी के दौरान कोतवाली थाना प्रभारी अश्वनी चतुर्वेदी ने बताया कि मकान के प्रथम तल पर दर्जनों नकली फार्च्यून और सलोनी ब्रांड के तेल के पीपे मिले। 15-15 लीटर के इन पीपों के अलावा अलग से भी तेल मिला। इस पर मनीष को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि आठ कमरों में नकली तेल बनाने के सामान मिले हैं। ब्रांडेड कंपनियों का डुप्लीकेट गत्ता, टीन, पैकेजिंग रस्सी, ढक्कन आदि सामान बरामद हुआ। एक कमरे से तेल और फार्च्यून बरामद हुआ साथ ही तेल की कुप्पी और अन्य सामान भी बरामद हुआ है।