मई से गंगा नदी में चलेगी गुजरात से आई दो वाटर टैक्सी,पर्यटकों को नई सौगात
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में आने वाले श्रद्धालुओं और देशी-विदेशी पर्यटको अगले महीने से ही वॉटर टैक्सी की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। अस्सी और नमोघाट से श्री काशी विश्वनाथ के लिए दो वॉटर टैक्सी का संचालन किया जाएगा। गंगा में ई-बोट, लक्जरी क्रूज और कार्गो पहले से ही चल रहे हैं। पर्यटकों की सुविधा के लिए 10 फ़ैसिलिटी बोट भावनगर गुजरात से वाराणसी के लिए रवाना हो चुके हैं। भावनगर, गुजरात की संस्थाएं “शीप रीसाइक्लिंग इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन-इंडिया” एवं “गुजरात शीप ब्रेकर्स अर्थक्वेक रिलीफ़ ट्रस्ट” के सौजन्य से 10 फ़ैसिलिटी बोट को हरी झंडी दिखा कर वाराणसी भेजा गया। इन 10 फ़ैसिलिटी बोट में 5 जल शव वाहिनी, 3 जल-एम्बुलेंस तथा 2 वाटर टैक्सी के रूप में वाराणसी में संचालित होंगी।
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि 10 फैसिलिटी बोट में पांच जल शववाहिनी, तीन जल एंबुलेंस और दो वॉटर टैक्सी के रूप में संचालित होंगी। वॉटर टैक्सी से श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन और गंगा नदी में पर्यटन की सुविधा मिलेगी। वहीं शव वाहिनी से मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर शवदाह के लिए पार्थिव शरीर लाना आसान हो जाएगा। जल शव वाहिनी का संचालन एनडीआरएफ और जल पुलिस मिलकर करेगी। वहीं जल एंबुलेंस का संचालन एनडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग करेगा। वाटर टैक्सी का संचालन सिटी ट्रांसपोर्ट कंपनी से कराने पर विचार चल रहा है।फैसिलिटी बोट के आने पर टैक्सी का किराया भी तय किया जाएगा ताकि ईंधन और संचालन का व्यय यात्री टिकट से निकाला जा सके। गंगा में इन 10 बोट के संचालन से शहर की सड़कों पर यातायात का दबाव कम हो जाएगा। 25 अप्रैल को गुजरात की शिप रीसाइक्लिंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन-इंडिया और गुजरात शिप ब्रेकर्स अर्थक्वेक रिलीफ ट्रस्ट के सौजन्य से 10 फैसिलिटी बोट को हरी झंडी दिखा कर वाराणसी रवाना किया गया।